राजधानी लखनऊ, कानपुर, उन्नाव, हरदोई, बहराइच, फैजाबाद, अयोध्या, बलरामपुर, गोंडा, सीतापुर, जालौन, कानपुर देहात सहित यूपी के अधिकतर जिलों में लगातार हो रही बारिश का कहर जारी है। यह बारिश जहां किसानों के लिए राहत है तो वहीं सूबे के तमाम बड़े शहरों के लिए मुसीबत बनती नजर आ रही है। कई शहरों में कई जगहों पर जलभराव के कारण नाव चलने की नौबत आ गई है। बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, लेकिन वहीं लगातार बारिश से परेशान प्रदेशवासियों के लिए राहत की खबर ये है कि बारिश की रफ्तार अगले 24 घंटे में धीमी हो जाएगी। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार शुक्रवार से राजधानी व आस-पास के जिलों में बारिश की रफ्तार धीमी हो जाएगी, लेकिन पूरी तरह बारिश से राहत नहीं मिलेगी। उन्होंने बताया कि मानसून के दौरान आमतौर पर पूरी तरह से बारिश नहीं रुकती। राजधानी लखनऊ समेत दर्जन भर जिलों में दिनभर बारिश की संभावना बनी हुई है। निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार, दिन में रुक-रुककर बारिश होती रहेगी। तापमान में कमी दर्ज की जाएगी। मानसून पूरी तरह से यूपी में पहुंच चुका है। इसका असर दिखाई दे रहा है।
ट्रेनों पर भी दिख रहा बारिश का असर
लगातार बारिश का असर ट्रेनों की आवाजाही पर पड़़ रहा है। रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक, बारिश की वजह से कई रेलगाडिय़ां अपने नियत समय से देरी से चल रही हैं। श्रमजीवी एक्सप्रेस, बरेली एक्सप्रेस, वाराणसी-लखनऊ इंटरसिटी, शताब्दी एक्सप्रेस सहित कई गाडिय़ां घंटों देरी से चल रही हैं। वहीं हवाई यातायात पर भी भारी बारिश का असर देखा जा रहा है। इसके अलावा ट्रैक मेंटेनेंस व नॉन इंटरलॉकिंग के काम के चलते 24 ट्रेनों का संचालन चार व पांच अगस्त को प्रभावित रहेगा। लखनऊ-सहारनपुर पैसेंजर, लखनऊ-शाहजहांपुर ईएमयू, सुल्तानपुर-लखनऊ पैसेंजर, लखनऊ-सुल्तानपुर पैसेंजर, लखनऊ-कानपुर मेमू, कानपुर-लखनऊ मेमू, लखनऊ-कानपुर मेमू, कानपुर-लखनऊ मेमू, प्रतापगढ़-लखनऊ डेमू, लखनऊ-प्रतापगढ़ डेमू सात अगस्त तक निरस्त रहेंगी तो सहारनपुर-लखनऊ पैसेंजर, शाहजहांपुर-लखनऊ ईएमयू आठ अगस्त तक निरस्त रहेंगी।
लगातार बारिश का असर ट्रेनों की आवाजाही पर पड़़ रहा है। रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक, बारिश की वजह से कई रेलगाडिय़ां अपने नियत समय से देरी से चल रही हैं। श्रमजीवी एक्सप्रेस, बरेली एक्सप्रेस, वाराणसी-लखनऊ इंटरसिटी, शताब्दी एक्सप्रेस सहित कई गाडिय़ां घंटों देरी से चल रही हैं। वहीं हवाई यातायात पर भी भारी बारिश का असर देखा जा रहा है। इसके अलावा ट्रैक मेंटेनेंस व नॉन इंटरलॉकिंग के काम के चलते 24 ट्रेनों का संचालन चार व पांच अगस्त को प्रभावित रहेगा। लखनऊ-सहारनपुर पैसेंजर, लखनऊ-शाहजहांपुर ईएमयू, सुल्तानपुर-लखनऊ पैसेंजर, लखनऊ-सुल्तानपुर पैसेंजर, लखनऊ-कानपुर मेमू, कानपुर-लखनऊ मेमू, लखनऊ-कानपुर मेमू, कानपुर-लखनऊ मेमू, प्रतापगढ़-लखनऊ डेमू, लखनऊ-प्रतापगढ़ डेमू सात अगस्त तक निरस्त रहेंगी तो सहारनपुर-लखनऊ पैसेंजर, शाहजहांपुर-लखनऊ ईएमयू आठ अगस्त तक निरस्त रहेंगी।
सीएम आवास के पास स्थित स्कूल में पानी भरा लगातार बारिश के बाद जलभराव की समस्या ने राजधानी लखनऊ का बुरा हाल कर दिया। हाल ये है कि सड़कों व कॉलोनियों में घरों तक पानी पहुंच गया है। सीएम योगी के आवास के पास स्थित स्कूल में भी पानी भर गया है। जियामऊ स्थित इस स्कूल में क्लासरूम तक में पानी पहुंच गया । बुधवार को जब थोड़ी राहत मिली तो कक्षाएं शुरू हो सकी लेकिन इस स्कूल में गुरुवार को भी पानी भरा रहा।
इन जिलों में बाढ़ का खतरा बरकरार
इस बीच केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार शारदा नदी लखीमपुर के पलियाकलां में और घाघरा नदी बाराबंकी के एल्गिन ब्रिज पर और अयोध्या में खतरे के निशान से उपर बह रही है। रिपोर्ट में कहा गया कि फतेहगढ़, कन्नौज, कानपुर देहात, गढ मुक्तेश्वर, इलाहाबाद, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया में गंगा का जलस्तर चढ़ रहा है। बागपत, मथुरा, आगरा, औरैया, कालपी और हमीरपुर में यमुना का जलस्तर चढ रहा है। गोमती नदी का जलस्तर सीतापुर के नीमसार में चढ़ रहा है जबकि सिद्धार्थनगर में राप्ती नदी का जलस्तर चढ रहा है।
इस बीच केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार शारदा नदी लखीमपुर के पलियाकलां में और घाघरा नदी बाराबंकी के एल्गिन ब्रिज पर और अयोध्या में खतरे के निशान से उपर बह रही है। रिपोर्ट में कहा गया कि फतेहगढ़, कन्नौज, कानपुर देहात, गढ मुक्तेश्वर, इलाहाबाद, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया में गंगा का जलस्तर चढ़ रहा है। बागपत, मथुरा, आगरा, औरैया, कालपी और हमीरपुर में यमुना का जलस्तर चढ रहा है। गोमती नदी का जलस्तर सीतापुर के नीमसार में चढ़ रहा है जबकि सिद्धार्थनगर में राप्ती नदी का जलस्तर चढ रहा है।
अब तक 154 लोगों की हो चुकी है मौत पिछले एक जुलाई से एक अगस्त के बीच भारी बारिश या आकाशीय बिजली से प्रदेश के 72 जिलों में 154 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं वहीं 131 लोगों के घायल होने की खबर है। इसके अलावा कुल 187 पशु हानि हुईं, जबकि 1259 कच्चे-पक्के मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण के परियोजना निदेशक इमरजेंसी ऑपरेशन अदिति उमराव ने बताया कि सहारनपुर में सबसे ज्यादा 11 लोगों की मौत हुई है। वहीं आगरा में 8, मेरठ और कानपुर देहात में 9-9, सोनभद्र में 7, मुजफ्फरनगर, ललितपुर में 5-5, बागपत, अलीगढ़, इलाहाबाद, फतेहपुर, कन्नौज, जौनपुर, मैनपुरी, बांदा, अमरोहा में 4-4 और फर्रुखाबाद, औरैया, कासगंज, अमेठी, सुलतानपुर, रायबरेली और फिरोजाबाद में 3-3 लोगों की मौत हुई है। बारिश ने 1259 मकान भी क्षतिग्रस्त कर दिए हैं।