इससे पहले अभ्यर्थियों ने सोमवार को नियुक्ति की मांग को लेकर निशातगंज स्थित एससीईआरटी दफ्तर में ज्ञापन दिया था। अभ्यर्थियों ने जिला आवंटन सूची जारी कर तत्काल नियुक्ति देने की मांग की। ज्ञापन सौंपने वालों में बृजनंदन मिश्रा, अपर्णा सिंह, संगीता, आनंद, मनीष कुमार आदि शामिल थे।
आरक्षण में खिलवाड़ का आरोप अभ्यर्थी 160 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन उनके मामले में अब तक कोई फैसला नहीं आया है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण आरक्षण के साथ खिलवाड़ किया गया है। आरोप के अनुसार ओबीसी और एससी वर्ग की 7,149 सीटों को जनरल वर्ग के अभ्यर्थियों को दे दी गई है। ओबीसी वर्ग की 18,598 सीटें हैं जबकि इसमें से इन्हें सिर्फ 2,637 सीटें ही मिली हैं। आरक्षण भी 27 प्रतिशत की जगह महज 3.86 प्रतिशत मिला है।
अभ्यर्थियों की मांग अभ्यर्थियों की मांग है कि अनारक्षित की कट ऑफ 67.11 से नीचे 27 प्रतिशत आरक्षण पूरा लागू किया जाए। साथ ही लखनऊ हाईकोर्ट के सभी याचियों को याची लाभ दिया जाए। यह भी आरोप है कि भर्ती प्रक्रिया में बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा 1,36,602 अभ्यर्थियों पर एमआरसी (मेरिटोरियस रिजर्व कैटेगरी) लगाया है। इसे हटाया जाए।