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फर्जी शिक्षक होने की शिकायत होते ही सात शिक्षक महीनों से फरार

locationलखनऊPublished: Sep 17, 2018 10:10:35 pm

Submitted by:

Ashish Pandey

अभी हाल ही में फर्जी अभिलेखों पर नौकरी कर रहे एक शिक्षक को जेल भेज दिया गया।
 

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फर्जी शिक्षक होने की शिकायत होते ही सात शिक्षक महीनों से फरार

श्रावस्ती. बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी अभिलेखों पर नौकरी करने वाले शिक्षकों का खुलासा होने के बाद से ही सात शिक्षक गायब हैं। इनमें से कई लोगों को विभाग अभिलेख पुनर्सत्यापन की नोटिस भी दे चुका है। यह नोटिस उनके सर्विस बुक पर लिखे पते पर भेजा गया है। जहां से नोटिस वापस भी आ चुकी है। इसी तरह का खुलासा जिले के सिरसिया इलाके में भी हुआ है। जहां आठ वर्ष से पढ़ा रहा एक प्रधान शिक्षक अभिलेख मांगते ही फरार हो गया।
बेसिक शिक्षा विभाग में वर्ष 2010 में कई अध्यापकों की नियुक्तियां हुई थी। इस वर्ष जिले में नियुक्त अध्यापकों में से कई अध्यापकों के अभिलेख फर्जी होने की शिकायत कई बार हो चुकी है। अभी हाल में ही गिलौला इलाके के एक विद्यालय में प्रधानाध्यापक पद पर तैनात शिक्षक को फर्जी अभिलेखों के सहारे नौकरी करने पर जेल भी भेजा गया। यह शिक्षक दसवीं फेल था। ऐसे ही सिरसिया के प्राथमिक विद्यालय अहलाद नगर में तैनात प्रधान शिक्षक राजीव उपाध्याय के भी अभिलेख फर्जी होने की शिकायत मिली थी।
…तो वह स्कूल से फरार हो गया

प्राप्त शिकायत के अनुसार राजीव नाम का एक शिक्षक संतकबीर नगर में तैनात था। उसी का अभिलेख लेकर राजीव उपाध्याय नाम के एक व्यक्ति ने वर्ष 2010 में श्रावस्ती में नौकरी हथियाई थी। संतकबीर नगर से प्राप्त एक शिकायत की जांच के दौरान जब राजीव उपाध्याय से अपने मूल अभिलेख लेकर बीएसए कार्यालय में आने को कहा गया तो वह स्कूल से फरार हो गया। यही नहीं राजीव उपाध्याय को बेसिक शिक्षाधिकारी द्वारा नोटिस भी उसके सर्विस बुक पर लिखे पते पर भेजी गई। लेकिन नोटिस वापस आ गई है। राजीव उपाध्याय के साथ ही सिरसिया विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय चैलाही में तैनात शिक्षिका मीनू देवी, भितुहीरिया में तैनात रीना पाल, पकडिय़ा में तैनात कन्हैया सिंह, हरिहरपुररानी के दत्तनगर में तैनात गरिमा त्रिपाठी, बरंगा में तैनात सत्य नारायण के भी अभिलेख फर्जी होने की शिकायत कई बार विभाग को मिली है। जांच शुरू हो इसके पहले ही सभी स्कूल छोड़ कर फरार हो गए।
सभी अभिलेख फर्जी होने की शिकायत मिली थी
यही नहीं प्राथमिक विद्यालय भिखारीपुर मसढ़ी में तैनात एक शिक्षक का नि:शक्त प्रमाण पत्र फर्जी होने की भी शिकायत थी, लेकिन उसका सत्यापन आज तक नहीं हुआ। जबकि हरिहरपुररानी के प्राथमिक विद्यालय खजुहा झुनझुनिया में तैनात शिक्षक अखिलेश कुमार के सभी अभिलेख फर्जी होने की शिकायत मिली थी। शिकायत के बाद जुलाई 2017 से वह गायब हो गए। बाद में खंड विकास कार्यालय द्वारा उन्हें मृत बता कर उनका डाटा डिलीट करने की रिपोर्ट बेसिक शिक्षा कार्यालय भेजी गई। लेकिन वास्तव में वह जीवित हैं या मृत इसके बारे में कोई ठोस अभिलेख खंड कार्यालय द्वारा कोई अभिलेख प्रस्तुत नहीं किया गया।
बोले बीएसए-सबकी जांच मैं स्वयं करूंगा

वहीं इस संबंध में बेसिक शिक्षाधिकारी ओमकार राणा बताते हैं कि राजीव उपाध्याय की शिकायत मिली है। वह स्कूल से फरार है। उनकी सर्विस बुक व अन्य अभिलेख सीज कर दिया गया है। उनकी तलाश की जा रही है। बाकी शिक्षकों के बारे में जानकारी नहीं है्र लेकिन सबकी जांच मैं स्वयं करूंगा।

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