UP News: उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में अगले 7 दिनों के अंदर कल 749 डॉक्टरों की तैनाती होनी है। इस प्रक्रिया में 393 एमबीबीएस डॉक्टर हैं और 356 स्पेशलिस्ट डॉक्टर है। जिनका चयन वॉक इन इंटरव्यू की प्रक्रिया से किया गया है।
उत्तर प्रदेश में कुल 6000 से ज्यादा डॉक्टर के पद खाली हैं। इन पदों को भरने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार में वॉक इन इंटरव्यू की प्रक्रिया को प्रस्तुत किया है। जिसके आधार पर डॉक्टर को संविदा के तौर पर रखा जाएगा। जो सरकारी अस्पतालों में अपनी सेवाएं देंगे। चयनित हुए कुल 749 डॉक्टरों को इसी सप्ताह में कार्यभार सौंप दिया जाएगा।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि इन डॉक्टरों के चयन से मरीजों को काफी राहत मिलेगी। जिन सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की आवश्यकता होगी वहां पर इन्हें नियुक्त किया जाएगा।
किस विषय के कितने विशेषज्ञ
विभिन्न अस्पतालों के लिए चयन किए गए विशेषज्ञ डॉक्टर में सर्वाधिक 84 हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं। इनके जरिए प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर बने ट्रामा सेंटरों को नए सिरे से चलने का प्रयास किया जाएगा। इसी तरह 55 सर्जन और 59 महिला रोग विशेषज्ञ चुनी गई है। बाल रोग विशेषज्ञ 32, पैथोलॉजिस्ट 26, नेत्र रोग विशेषज्ञ 17, नाक कान गला विशेषज्ञ 22, फिजिशियन 16 चयन किए गए हैं। जबकि रेडियोलॉजिस्ट चर्म रोग विशेषज्ञ, मूत्र रोग विशेषज्ञ एक एक ही मिले हैं। अन्य विधाओं में दो से तीन डॉक्टरों का चयन हुआ है।
जानिए कितना मिलेगा वेतन
संविदा के आधार पर चयनित होने वाले डॉक्टर में ए ग्रेड के शहर वालों को कम मानदेय और डी ग्रेड के शहर वालों को ज्यादा मानदेय देने की प्रणाली अपनाई गई है। चयन किए गए डॉक्टर में ए ग्रेड के शहर में तैनात होने वाले एमबीबीएस को 50000 और विशेषज्ञ को 80000, बी ग्रेड के शहर में तैनात होने वाले एमबीबीएस को 55000 विशेषज्ञ को 90000, सी ग्रेड के शहर में तैनात होने वाले एमबीबीएस को 60000 विशेषज्ञ को एक लाख और डी ग्रेड के शहर में तैनात होने वाले एमबीबीएस को 65000 और विशेषज्ञ को 120000 रुपए मानदेय दिया जाएगा।