देखिये एक नजर में…
– बांदा में 21 लेखपाल निलंबित किए गए हैं।
– हरदोई में डीएम पुलकित खरे ने लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष समेत 12 लेखपालों को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा 394 लेखपालों को एस्मा के तहत नो वर्क नो पे का नोटिस जारी किया है।
– उन्नाव में एडीएम ने आंदोलन की अगुवाई कर रहे छह लेखपालों को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं।
– कानपुर देहात जिले में 37 लेखपालों का निलंबन किया गया। साथ ही 200 को नोटिस दिया गया।
– कन्नौज में 202 लेखपालों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
– इटावा में 154 लेखपालों को सर्विस ब्रेक की नोटिस जारी किया गया है।
– चित्रकूट जिले में दस लेखपालों को नोटिस जारी किया गया है।
– महोबा में डीएम ने हड़ताल कर रहे लेखपालों की सर्विस ब्रेक करने के निर्देश दिए। साथ ही हड़ताल के कार्यकाल का वेतन रोक दिया है।
– फतेहपुर जिले में 123 लेखपालों को नोटिस जारी किया गया है।
1,000 लेखपालों के खिलाफ कार्रवाई
प्रदेश सरकार ने लेखपाल संघ अध्यक्ष राम मूरत यादव की बर्खास्तगी के बाद कार्रवाई तेज कर दी है। प्रदेश के जिलों में अलग-अलग करीब 1000 लेखपालों के खिलाफ निलंबन, बर्खास्तगी के नोटिस, हड़ताल से वापस लौटने जैसी अलग-अलग कार्रवाई की जा चुकी है। बड़ी संख्या में संघ पदाधिकारियों व सक्रिय लेखपालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उधर, लेखपाल संघ ने शासन के अधिकारियों पर लेखपालों की वाजिब मांगों पर कार्रवाई की जगह दमन का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप कर लंबित समस्याओं का समाधान कराने की मांग की है।