script87 वर्षीय लक्ष्मी श्रीवास्तव बनी एक मिशाल जाने कैसे | 87 years old Laxmi Srivastava taken admission in IGNOU programme | Patrika News

87 वर्षीय लक्ष्मी श्रीवास्तव बनी एक मिशाल जाने कैसे

locationलखनऊPublished: Feb 17, 2019 03:07:01 pm

Submitted by:

Mahendra Pratap

व्यक्तियों के लिए बहुत लाभकारी होता है

 Laxmi Srivastava

87 वर्षीय लक्ष्मी श्रीवास्तव बनी एक मिशाल जाने कैसे

Ritesh Singh
लखनऊ , कहते हैं कि पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती, व्यक्ति जब चाहे मजबूत इरादा कर आगे की पढ़ाई कर सकता है और अपने ज्ञान को बढ़ा सकता है। ऐसा ही जज्बा लखनऊ में देखने को मिला, जहाँ 87 वर्षीय लक्ष्मी श्रीवास्तव ने इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ में प्रमाण-पत्र कार्यक्रम में जनवरी 2019 सत्र में प्रवेश कराया।
डॉ0 कीर्ति विक्रम सिंह, सहायक क्षेत्रीय निदेशक ने बताया कि लक्ष्मी श्रीवास्तव पेशे से शिक्षिका थीं और और सेवानिवृत्ती के बाद महानगर, लखनऊ स्थित आस्था ओल्ड ऐज हॉस्पिटल में निवास कर रहीं हैं। उन्होनें संस्कृत एवं भूगोल विषय में एम0ए0 किया है तथा निरन्तर ज्ञान अर्जन करने के उद्देश्य से इग्नू के पोषण एवं आहार में प्रमाण-पत्र कार्यक्रम, जो कि छः माह का कार्यक्रम है उसमे प्रवेश कराया है।
क्षेत्रीय निदेशक डॉ0 मनोरमा सिंह ने बताया कि इग्नू के ज्ञानवाणी एफ0एम0 चैनल के कार्यक्रम की रिकॉर्डिंग के लिए आस्था ओल्ड ऐज हॉस्पिटल में जाना हुआ, जहाँ लक्ष्मी श्रीवास्तव ने पढ़ने की इच्छाा जाहिर की। क्षेत्रीय केन्द्र के अधिकारी उनके इस कार्यक्रम की फीस देंगे। उन्होने कहा कि इग्नू दूरस्थ माध्यम से अपने कोर्सेस का संचालन करता है, जो उन व्यक्तियों के लिए बहुत लाभकारी होता है, जो रोजगार व अन्य सामाजिक सरोकारों के साथ अपनी पढ़ाई को पूरी करना चाहते हैं।
आस्था ओल्ड ऐज हॉस्पिटल के संस्थापक डॉ0 अभिषेक शुक्ला ने कहा कि लक्ष्मी श्रीवास्तव को यह प्रयास क्षेत्र के अन्य लोगों को भी उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगा।

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