(Jagannath Rath Yatra 2021) जैसा कि सर्व विदित है कि भक्तगण तो भगवान से मिलने उनकी पूजा अर्चना करने मंदिर आते ही है परन्तु वर्ष में एक ऐसा भी दिन आता है जब भगवान अपने भक्तों से मिलने उनके द्वार जाते है, जहाॅ प्रभु के रथ पर भक्त अपने-अपने घरों से भक्ति रूपी पुष्प-वर्षा कर उनका स्वागत करते है। मिश्रित दालों एवं जामुन का भोग भगवान को प्रिय है। लोग लौंग का पान, आम, जामुन मिश्रित दालों को प्रभु को भोग हेतु अर्पित करते है एवं आरति करते है। अधिकतर लोग आरति के पूर्व स्नानादि कर नये वस्त्रों को धारण कर ही पूर्ण श्रद्धा से पूजा करते है। परन्तु कोरोना के दृष्टिगत गत् की ही भाॅति इस वर्ष भी शोभा यात्रा का आयोजन नही किया जायेगा।
प्रभु का दर्शन भक्तो को कोविड-19 के प्रोटोकाल का अनुपालन करते हुये एवं संस्था के फेसबुक पेज के माध्यम से काराया जायेगा। किसी भी प्रकार की फूल-माला प्रसाद इत्यादि का आदान प्रदान नही किया जायेगा। आयोजन के विषय में समिति के सदस्य नन्दकिशोर माहेश्वरी ने बताया कि रथयात्रा के 1 दिन पूर्व मारवाड़ी गली में प्रभु का श्रृंगार एवं साज सज्जा आरम्भ हो गयी है। आयोजन के दिन जो श्रद्धालु आयें उन्हें प्रशासन द्वारा निर्गत दिशानिर्देशों का अनुपालन करवाते हुये उसे दूर से ही प्रभु के दर्शन कराये जायेगें। इस वर्ष समिति कोविड-19 के टीकाकरण विषयक जागरूकता करेगी।
(Jagannath Rath Yatra 2021)जिसमें आगन्तुकों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जायेगा। कार्यक्रम का आरम्भ वैदिक मंत्रोंच्चारण के उपरान्त सायं 4 बजे आरती से होगा, यह आयोजन रात्रि 8 बजे महाआरती के उपरान्त सम्पन्न होगा। जिसमें लोग अपने-अपने घरों,बालकनियों,खिड़कियो से एक साथ सिंहासन पर विराजमान प्रभु की आरती करेगे ।(Jagannath Rath Yatra 2021) सामुहिक पूजा का अनन्य लाभ होता है एवं सामुहिक मंत्रोच्चारण से वातावरण में धनात्मक ऊर्जा का संचार होता है। युवाओं का रूझान धर्म के प्रति बढ़ाने के लिए समिति ने रथयात्रा का फेसबुक पेज-FB/Rathyatra.mahotsav भी तैयार किया है। उक्त पेज पर रथयात्रा की फोटों एवं लाइव आरती लगातार अपडेट होती रही। साथ ही आने वाले श्रद्धालुओं टीकाकरण एवं कोविड प्रोटोकाल्स का अनुपालन करने के लिए प्रेरित किया जायेगा। टीकाकरण को प्रेरित करेंगे भगवान जगन्नाथ।