आज क्या करें क्या न करें आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। इस तिथि में नारियल नहीं खाना चाहिए तथा यह तिथि आभूषण, रत्न खरीदने और धारण करने के लिए शुभ है।
आज के शुभ मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त – 11.33AM से 12.15PM तक अमृत काल मुहुर्त – 07.13PM से 08.53PM तक विजय मुहूर्त – 01.40PM से 02.23PM तक गोधूलि बेला – 05.02PM से 05.26PM तक
निशीथ काल – 11.28PM से 00.21 AM (28 नवंबर) तक शुभ योग रवि योग – नहीं गुरु पुष्य योग – नहीं सर्वार्थ सिद्धि योग – नहीं अमृत सिद्धि योग – नहीं
द्विपुष्कर योग – नहीं त्रिपुष्कर योग – नहीं आज के अशुभ मुहूर्त- गुलिक काल – 06.35AM से 07.55AM तक यमगंड – 01.14PM से 02.33PM तक दुर्मुहूर्त – 1. 06.35AM से 07.17AM तक
2. 07.17AM से 08.00AM तक भद्रा – नहीं आज का राहुकाल लखनऊ- 09.14AM से 10.34AM तक वाराणसी – 09.05AM से 10.25AM तक गोरखपुर – 09.05AM से 10.24AM तक
प्रयागराज – 09.09AM से 10.30AM तक कानपुर – 09.16AM से 10.36AM तक आगरा – 09.26AM से 10.46AM तक मथुरा – 09.28AM से 10.47AM तक दिल्ली – 09.31AM से 10.50AM तक
चंड़ीगढ़ – 09.35AM से 10.53AM तक भोपाल – 09.25AM से 10.47AM तक राहु काल क्या है? राहु काल या राहु कलाम दिन का सबसे प्रतिकूल समय है, जब कुछ भी शुभ करते हैं, तो कभी भी अनुकूल परिणाम नहीं देते हैं। ज्योतिषी हमेशा शुभ मुहूर्त की गणना करते हुए, दिन के इन 90 मिनटों को छोड़ देते हैं।
यमगंडम का क्या अर्थ है या यमगंड काल? यमगंडम का अर्थ है मृत्यु का समय, या मौत का समय। यमगंडम मुहूर्त के दौरान केवल मृत्यु अनुष्ठान और समारोह किए जाते हैं। इस समय में शुरू की गई कोई भी गतिविधि कार्य या उससे जुड़े अन्य पहलुओं को निराश करती है। इसलिए, यमगंडम मुहूर्त के दौरान की गई गतिविधियाँ विफलता में समाप्त होती हैं या अंतिम परिणाम अक्सर बहुत अनुकूल नहीं होता है। हमेशा सलाह दी जाती है कि इस दौरान धन या यात्रा से संबंधित महत्वपूर्ण गतिविधियाँ शुरू न करें।
राहु काल समय में क्या करें? नया व्यवसाय या आयोजन शुरू करने के लिए राहु काल को शुभ नहीं माना जाता है। हालांकि, शुभ मुहूर्त में पहले से शुरू होने वाली दैनिक गतिविधियों को जारी रखने में कोई समस्या नहीं है। राहु काल में नहीं की जाने वाली चीजों में शामिल हैं- विवाह संस्कार, गृहप्रवेश, पूजा और अनुष्ठान, एक नया व्यवसाय शुरू करना, और अन्य शुभ कार्य।
जब आप राहु काल के दौरान किसी शुभ घटना से बच नहीं सकते तो क्या करें? ऐसी स्थितियों में जब आप राहु काल के दौरान महत्वपूर्ण कार्यों को करने से बच नहीं सकते हैं, तो यह सलाह दी जाती है कि भगवान हनुमान को पंचामृत और गुड़ अर्पित करें और हनुमान चालीसा का पाठ करें। शुभ काम शुरू करने से पहले इस प्रसाद का सेवन करने से राहु के हानिकारक प्रभाव दूर रहेंगे।