उन्होंने आगे बताया की देशद्रोह मामले में प्रदेश प्रभारी और राज्य सभा सांसद संजय सिंह 20 सितंबर को दिल्ली से आकर 2:00 बजे हजरतगंज थाने में कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए नोटिस का जवाब देंगे और अपनी गिरफ्तारी देंगे। चेतावनी देते हुए सभाजीत सिंह ने कहा की चाहे योगी सरकार जितना जुल्म कर ले,तानाशाही कर ले। आम आदमी पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता संघर्ष और आंदोलन की उपज है। पार्टी की ओर से आमजन की आवाज बुलंद करने का सिलसिला थमने वाला नहीं है। पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की आवाज बंद नहीं होने वाली |
प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा की सांसद और प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने ब्राह्मण,दलित,पिछड़े और व्यापारी समाज के साथ हो रहे अन्याय को उठाया है। योगीराज में डीएम और एसपी की ओर से रंगदारी वसूलने और रंगदारी न देने पर हत्या करवाने का मुद्दा उठाया है। उत्तर प्रदेश में योगी जी ने “कोरोना घोटाला “ किया। 800 रु का आक्सीमीटर 5000 रु में ख़रीदा। 1600 रु का थर्मोमीटर 13000 रु में ख़रीदा। 800% तक कमीशन खाया। ऐसे समय में जब सीमा पर विवाद को लेकर एक ओर चीन पर कारोबारी प्रतिबंध और बहिष्कार चल रहा हो उस दौरान खुद को राष्ट्रवादी कहने वाली योगी सरकार की ओर से चीन निर्मित एनालाइजर 3 गुना दाम में खरीदने का मुद्दा उठाया है। और वह भवियश में भी जनता के सरोकार से जुड़े मुद्दे इतनी ही शिद्दत और बेख़ौफ़ तरीके से उठाते रहेंगे|
सच्चाई उजागर करने पर चिढ़ गई योगी सरकार आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने विस्तार से पूरे प्रकरण की जानकारी दी। बताया कि समाज में चल रही चर्चाओं और सरकार पर लग रहे आरोप के मद्देनजर आम आदमी पार्टी ने एक ऑटोमैटिक सर्वे कराया। सर्वे में मुख्य रूप से तीन बातों पर राय जानी गई की क्या योगी सरकार योजनाओं में जातिगत आधार पर भेदभाव कर रही है ,क्या योगी सरकार पर ठाकुरों की सरकार होने के आरोप सही है और क्या जाति विशेष को तवज्जो दी जा रही है? जाति के आधार पर सर्वे की चर्चा सामने आई तो हलचल मच गई। सरकार ने हजरतगंज थाने में अज्ञात के खिलाफ आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज करवा दिया।
योगी की पुलिस ने जयपुर की एक आईटी कंपनी पर छापा मारा और कार्यालय से तमाम कम्प्यूटर जब्त कर लिया। इसके बाद आप सांसद संजय सिंह ने सर्वे का जिम्मा ले लिया और किसी को परेशान न करने की अपील की,इसके बाद योगी सरकार ने मुकदमे में संजय सिंह का नाम बढ़ा दिया। उनोने आरोप लगाया कि जन भावनाओं को उजागर करने और सरकार पर लग रहे जातिवादी होने के आरोप का सच सामने लाने के लिए सांसद पर देशद्रोह की धारा लगा दी गई।
योगी सरकार के घपले-घोटाले,बदहाल कानून व्यवस्था, ब्राह्मणों,दलितों, पिछड़ों समेत अन्य के अन्याय का मुद्दा देश के सर्वोच्च सदन में उठा दिया, तो योगी सरकार ने आईटी एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे में देशद्रोह समेत तमाम धारा की बढ़ोतरी करवा दी। सर्वे में प्रदेश की 63 फीसदी जनता योगी सरकार को जातिवादी और ठाकुरवादी मानती है, इस 63 फीसदी जनता की बात सांसद संजय सिंह ने कह दी,तो वह देशद्रोही हो गए। आम आदमी पार्टी और संजय सिंह आगे भी ये मुद्दे उठाती रहेगी। चाहे आप जेल भेज दो या सूली चढ़ा दो। सरकार संजय सिंह को जेल भेजकर हमारी आवाज़ नहीं दबा सकती। आप का एक-एक कार्यकर्ता,इन मुद्दों को लेकर अपना संघर्ष जारी रखेगा।