प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहा कि यूपी में आये दिन हो रहे बलात्कार, गैंगरेप, हत्या और खराब कानून व्यवस्था के खिलाफ पार्टी विरोध प्रदर्शन प्रस्तावित था जिसकी सूचना लिखित तौर पर प्रशासन को दे दी गई थी । रात 2.30 बजे पुलिस प्रशासन ने कार्यालय ओर कब्जा कर लिया। धरने स्थगित करने, रुट बदलने की बात कहने लगी जब पुलिस को स्पस्ट रूप से मना कर दिया गया तो सुबह तड़के पुलिस ने जबरन पार्टी कार्यालय से मुझे व कई अन्य साथियों को जबरन गिरफ्तार कर लिया और इको गार्डन ले जाया गया ।
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि योगी के इशारे पर पुलिस ने पदाधिकारी यों, कार्यकर्ताओं को जबरन गिरफ्तार किया । योगी सरकार तानाशाही पर उतर आई है ये लोकतंत्र की हत्या करना चाहती है । लोगों की आवाज को दबाना चाहती है ।
महिला प्रदेश अध्यक्ष नीलम यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में महिलाएं और बच्चियां खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है । महिलाओं के साथ हो रही दरिन्दगी के खिलाफ प्रदेश की जनता में बेहद आक्रोश है । योगी सरकार को शर्म आनी चाहिये कि माननीय सर्वोच्य न्यायालय ने भी प्रदेश में जंगलराज की बात कही है । छात्राओं ने स्कूल, कॉलेज जाना बंद कर दिया है क्योंकि छात्राएं डरी, सहमी हुई है । मुख्यमंत्री योगी प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने की बात कहते रहते है लेकिन वास्तविकता में योगी सरकार अपराधियों को सजा दिलाने के बजाय उनको संरक्षण देने का काम करती रही है जिसकी वजह से अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है ।
आम आदमी पार्टी ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन में मांग 1. बलात्कार के मुकद्दमों की सुनवाई फास्टट्रैक कोर्ट में हो और सुनवाई की अधिकतम समय सीमा तय की जाए ।
2.उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा प्रदान करने के लिए पुलिस बल में महिला आरक्षियों और अधिकारियों की भर्ती की जाय ।
3.उत्तर प्रदेश के सांसदों, विधायकों और नेताओं को अनावश्यक रूप से प्रदान की गई सुरक्षा को वापस लिया जाए और उस पुलिस बल को जनता की सुरक्षा में लगाया जाए ।
4. छात्रों के लोकतांत्रिक तरीके से चलाए जा रहे विरोध प्रदर्शन पर पुलिस द्वारा बर्बरता से बल प्रयोग किया जा रहा है , जो बेहद दुर्भग्यपूर्ण है इस पर तत्काल रोक लगे ।
5 विश्विद्यालय और महाविद्यालयों के कैंपसों में पुलिस बलों का प्रवेश तत्काल वर्जित करे ।