उन्होंने कहा कि जो योगी जी भगवान हनुमान की जाति बताते थे वो मेरे द्वारा यूपी कराए सर्वे से क्यों डरे हुए है? मेरे कराए गए सर्वे पर एफआईआर क्यों? कहा कि हमारे सर्वे के परिणाम ने योगी सरकार की असलियत सामने ला दी। लगभग 63 फीसदी लोगों ने कहा कि योगी सरकार जातिवादी है। ऐसा बीजेपी विधायकों ने भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों और दलितों की हत्या करना अपराध नहीं, लेकिन योगी सरकार जातिवादी है या नहीं, इसका सर्वे कराना अपराध है? उन्होंने कहा कि सरकार जातिवादी नहीं है सर्वे से क्यों डर रही है।
संजय सिंह ने कहा कि जिस सर्वे कॉल की बात कर रहे हैं उसमें यूजर की सहमति या असहमति के लिए नंबर्स एंटर करने की भी सुविधा दी गई है। इससे सर्वे के लिए जवाब कोड किए जा सकें। जिस नंबर से लोगों को फोन किया जा रहा है वो +917447178543 है। फोन नंबर की पहचान बताने वाले ऐप में इसकी डीटेल पॉलिटिकल सर्वे के रूप में दिखाई देती है।
24 सेकेंड के कॉल में पूछा जा रहा है कि यूपी के कई लोग अब कहने लगे हैं कि जैसे अखिलेश यादव ने केवल यादव समाज के लिए काम किया, मायावती ने केवल जाटव समाज के लिए काम किया वैसे ही सीएम योगी केवल और केवल ठाकुर समाज के लिए काम कर रहे हैं। क्या आप इस बात से सहमत हैं? यदि हां तो एक दबाएं और अगर आप सहमत नहीं हैं तो दो दबाएं।
लखनऊ में मुकदमा दर्ज
24 सेकेंड के फोन कॉल मामले में राजधानी के हजरतगंज थाना क्षेत्र में आईटी एक्ट और जातिगत भावनाएं भड़काने (सेक्सन 501-A) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उत्तर प्रदेश में 744717843 नंबर से कॉल कर एक सर्वे किया जा रहा है। लखनऊ के सेंट्रल डीसीपी सोमेन वर्मा के मुताबिक, लोगों के पास कुछ अनोखे सर्वे कॉल आ रहे हैं। इसमें विशेष जाति के बारे में पूछा जा रहा है। मामला संज्ञान आने पर हजरतगंज कोतवाली में लालबाग चौकी इंचार्ज की तरफ से मुकदमा दर्ज किया गया है।