30 दिन में सिर्फ चार दिन कसरत के वास्ते ‘हेल्थफाइम’ संस्थान की रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुग्राम, नोयडा और गाजियाबाद के लोग फिटनेस को लेकर ज्यादा सजग हैं। तीनों शहरों के लोग रोजाना 340 कैलोरी को बर्न करते हैं। दूसरे नजरिये से देखें तो एक महीने में कम से कम दस दिन जिम या व्यायामशाला जाते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, तीनों शहरों के लोगों में रोजाना सुबह टहलने की आदत कायम है। रिपोर्ट यह भी बताती है कि लखनऊ के लोग सबसे बड़े आलसी हैं। यहां के लोग रोजाना लजीज व्यंजन तो छककर खाते हैं, लेकिन कैलोरी सिर्फ 210 कैलोरी बर्न करते हैं। यहां के लोग कसरत के लिए भी महीने में औसतन चार दिन का वक्त निकालते हैं। लखनऊ वालों की तरह कोलकाता और अहमदाबाद के लोग भी बदनाम हैं।
लोगों को रोजाना टहलने से भी परहेज सेहत को लेकर चौकन्नेपन को उजागर करती यह रिपोर्ट देश के 220 शहरों में पंद्रह लाख लोगों की दिनचर्या और खान-पान पर गौर करने के बाद तैयार हुई है। रिपोर्ट बताती है कि गुरुग्राम, नोयडा और गाजियाबाद के 45 फीसदी लोग रोजाना मार्निंग वॉक पर जाते हैं। तीनों शहरों के लोग 4700 कदम चलते हैं, जबकि अन्य शहरों के लोग 4300 कदम चलते हैं। लखनऊ के लोग अव्वल रोजाना मार्निंग वॉक से परहेज करते हैं, इसके अलावा रोजाना सिर्फ 3800 कदम चलते हैं, जबकि कनपुरिए रोजाना 4100 कदम नापते हैं।
मर्दों के कारण बदनामी, बेटियां हैं चुस्त रिपोर्ट ने लखनऊ की बदनामी का ठीकरा मर्दों के सिर पर फोड़ा है। सर्वे का सच है कि लखनऊ के 70 फीसदी पुरुष आलसी हैं, जबकि शहर की बेटियां और महिलाएं अपनी सेहत और फिगर को लेकर फिक्रमंद नजर आईं। देश के पैमाने पर देखा जाए तो फिटनेस को लेकर पुरुष ज्यादा सजग रहते हैं। यूं समझिए कि कसरत के लिए मर्द एक महीने में 14 दिन तो वक्त निकाल लेते हैं, जबकि महिलाएं सिर्फ दस दिन। इसके विपरीत लखनऊ के मर्द अपने को फिट रखने के लिए एक महीने में सिर्फ सात दिन का वक्त निकालते हैं, जबकि महिलाएं 12 दिन। सर्वे में यह भी सामने आया कि पुरुष फिटनेस के लिए पुश-अप और साइकिलिंग पर भरोसा करते हैं, जबकि महिलाएं योगा और सूर्य नमस्कार पर।