उन्नाव केस में नाबालिग आरोपी 24 घंटे में हुआ बालिग, कोर्ट ने दोनों को भेजा जेल
- पुलिस ने नाबालिग की मां से मंगवाया था उसका आधार कार्ड

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बुआ भतीजी की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी विनय के साथी को लखनऊ आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने नाबालिग बताया था वो 24 घंटे बाद बालिग निकला। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दोनों को जेल भेजने का आदेश दिया है। एक गांव में तीन दिन पहले सरसों के खेत में बुआ-भतीजी के शव व चचेरी बहन गंभीर हालत में मिली थी। स्वॉट टीम ने पड़ोस के गांव पाठकपुर निवासी हत्यारोपी विनय उर्फ लंबू व उसके साथी सचिन को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। आरोपी सचिन को नाबालिग बताया गया था। इसलिए आईजी ने खुलासे में सचिन का नाम उजागर नहीं किया था।
पुलिस ने रात में सचिन की मां से उसका आधार कार्ड मंगवाया। इसमें उसकी उम्र 19 वर्ष निकली। इस पर पुलिस ने सचिन के बालिग होने का दावा कर शनिवार शाम मुख्य आरोपी विनय के साथ उसे भी सीजेएम न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए अभी दोनों को बक्खाखेड़ा स्थित अस्थाई जेल में रखा गया है।
माहौल बिगाड़ने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई
एसपी आनंद कुलकर्णी ने सचिन के बालिग होने की पुष्टि की है। वहीं लगातार चौथे दिन शनिवार को भी गांव में पुलिस बल तैनात रहा। सुबह डीएम रवींद्र कुमार और एसपी आनंद कुलकर्णीं सहित अन्य अधिकारी गांव गए और हालात का जायजा लिया। बैरीकेटिंग लगाकर पुलिस गांव में आने वाले बाहरी लोगों से पूछताछ करती रही। बेवजह आ रहे लोगों को लौटाया गया। एसपी ने बताया कि खुफिया विभाग को सतर्क रहने को कहा गया है। कोई भी व्यक्ति अफवाह फैलाकर माहौल बिगाड़ने का प्रयास करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ये भी पढ़ें - उन्नाव कांड : आरोपियों के परिजनों ने कहा- पुलिस थ्योरी पर यकीन नहीं, निर्दोष हैं बच्चे
अब पाइए अपने शहर ( Lucknow News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज