कई जगहों पर मशीनें खराब थीं। इसी बात की तर्ज पर अखिलेश यादव ने भाजपा पर तंज कसा और कहा कि किसान, मज़दूर, महिलाएँ व नौजवान भरी धूप में अपनी बारी के इंतज़ार में भूखे-प्यासे खड़े हैं। ये तकनीकी ख़राबी है या चुनाव प्रबंधन की विफलता या फिर जनता को मताधिकार से वंचित करने की साज़िश। इस तरह से तो लोकतंत्र की बुनियाद ही हिल जायेगी।
बैलेट पेपर सबसे सही बैलेट पेपर से चुनाव लड़ने पर जोर देने के साथ ही अखिलेश यादव ने कहा कि भविष्य के सारे चुनाव बैलेट पेपर के जरिये ही हों। इससे लोगों का भरोसा बढ़ेगा। जहां शिकायतें आई हैं, वहां दोबारा वोट डालने का मौका मिलेगा। इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि भाजपा सरकार ने गरीबों और किसानों के नकारा है। उनके कई वादे भी पूरे नहीं किए और कर्ज माफी ने किसानों को नाराज किया है।
गुजरात से लाई गयी मशीनें EVM मशीनों में गड़बड़ी पाए जाने को लेकर अखिलेश यादव ने ट्विट कर कहा कि उपचुनावों में EVM ख़ास तौर पर गुजरात से मँगाए गए थे। लगता है सूरत अब सिर्फ़ कपड़े बनाने का ही नहीं, सरकार बनाने का भी काम करने लगा है।
अखिलेश के मुताबिक EVM में खराबी बीजेपी की रणनीति का ही एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इलेक्शन को प्रभावित करने के लिए ऐसे काम जानबूझ कर किए गए हैं। इसलिए भविष्य में ऐसी गलती का खामियाजा लोगों को दोबारा न भुगतना पड़े, इसके लिए जरूरी है कि भविष्य के चुनाव बैलेट पेपर के जरिये ही हों।