बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में दी गई याचिका में मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि उनकी बढ़ती उम्र और खराब सेहत की वजह से घर खोजने के लिए उन्हें टाइम चाहिए। जबकि अखिलेश यादव ने सुरक्षा कारणों और अपने बच्चों की पढ़ाई का हवाला देकर बंगले में और वक्त तक रहने के की इजाजत मांगी है। बसपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी अपने बंगले 13ए, माल एवेन्यू पर ‘श्री कांशीराम जी यादगार विश्राम स्थल’ का बोर्ड लगाकर यह बताने का प्रयास किया था कि उनका बंगला कांशीराम के अनुयायियों की स्मृतियों से जुड़ा है। हालांकि राज्य संपत्ति विभाग ने मामले पर सीधा जवाब देते हुए कहा कि सिर्फ बोर्ड लगा देने से शीर्ष अदालत के आदेश पर अमल कराने में कोई बाधा नहीं है। उन्हें हर हाल में सरकारी आवास खाली ही करना होगा।
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