गोरखपुर में 14 वर्षीय बच्चे की हत्या पर अखिलेश और प्रियंका ने योगी सरकार को घेरा, उठाए कई सवाल
अखिलेश बोले - भाजपा सरकार का निर्लज्ज मौन और निष्क्रियता प्रश्नचिन्ह के घेरे में है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि क्या यूपी के मुखिया ने खबरें देखना छोड़ दिया है?
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहाकि यूपी में अपराध की बाढ़ आई है।

लखनऊ.. उत्तर प्रदेश में कानपुर और गोंडा अपहरण कांड के बाद मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में बड़ी वारदात हुई है। गोरखपुर के पिपराइच इलाके से रविवार को बदमाशों ने किराना कारोबारी के 14 वर्षीय बेटे बलराम गुप्त का अपहरण कर परिजनों से एक करोड़ की फिरौती मांगी थी। सोमवार को बच्चे की हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस ने चार को गिरफ्तार किया है और उनकी निशानदेही पर शव को बरामद कर लिया है। मामले को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने योगी सरकार को घेरा है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कानून-व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर सवाल उठाए हैं। जिसमें उन्होंने कहा कि गोरखपुर से अपहृत बच्चे की हत्या का समाचार बेहद दर्दनाक व दुखद है। अखिलेश ने शोकाकुल परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। और कहा कि लगातार अपहरण और हत्याओं के बावजूद भी भाजपा सरकार का निर्लज्ज मौन और निष्क्रियता प्रश्नचिन्ह के घेरे में है।
इसके साथ ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला है। प्रियंका गांधी ने सवालिया लहजे में कहा है कि क्या यूपी के मुखिया ने खबरें देखना छोड़ दिया है? क्या गृह विभाग में बैठे लोगों के सामने ये खबरें नहीं जाती? यूपी में हर दिन गुंडाराज के नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। सीएम के गृहक्षेत्र में अपहरण की घटना घटी है। कासगंज में हत्याकांड। लेकिन दिखावे के लिए कुछ ट्रांसफर के अलावा.... और कुछ होता ही नहीं है। जंगलराज बढ़ता जा रहा है।
वहीं आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी योगी सरकार पर हमला बोला। संजय सिंह ने कहा कि योगी के जनपद गोरखपुर में बच्चे का अपरहण हुआ, हत्या भी हो गई। यूपी में अपराध की बाढ़ आई है। उन्होंने कहा कि एक घटना का शोक खत्म नहीं होता कि दूसरी आ जाती है। एएपी के राज्यसभा सांसद ने सवालिया लहजे में कहा है कि क्या वादा किया था? क्या हाल बना दिया योगी जी?
बता दें कि यूपी में अपहरण की यह तीसरी और अपहरण के बाद हत्या की यह दूसरी वारदात है। गोरखपुर से पहले कानपुर और गोंडा में भी अपहरण की घटनाएं सामने आई थीं। कानपुर में भी अपहर्ताओं ने अपहरण के बाद लैब टेक्निशियन की हत्या कर दी थी। जबकि गोंडा में मासूम बच्चे को पुलिस ने अपहर्ताओं के चंगुल से सुरक्षित बचा लिया था।
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