उन्होंने लिखा है- “बल से नहीं बातचीत से हल निकाले सरकार। बीएचयू में छात्रों पर लाठीचार्ज निंदनीय। दोषियों पर हो करवाई।” गौरतलब है कि विश्वविद्यालय परिसर में भारी संख्या में पुलिस और पीएसी के जवान मौजूद हैं और फिलहाल शांति का माहौल बना हुआ है।
लखनऊ में हुआ प्रदर्शन- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में शनिवार रात छात्र-छात्राओं पर पुलिस द्वारा हुए लाठीचार्ज की आंच अब लखनऊ आ पहुंची है। यहां लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं सहित सामाजिक कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में गांधी प्रतिमा के आगे बड़ी संख्या में धरना दिया। इस दौरान लखनऊ विश्वविद्यालय में समाजवादी छात्र संघ की पूजा शुक्ला सहित कई दूसरे छात्र शामिल हुए।
क्या है मामला- आपको बता दें कि गुरुवार को एक बीएसयू के बीए प्रथम वर्ष की एक छात्रा के साथ तीन लोगों ने छेड़खानी की थी। जिसके विरोध में बीएचयू में दो दिन तक विरोध प्रदर्शन चला जो जल्द ही उग्र हो गया। बीती शनिवार को रात में वीसी के घर के बाहर बढ़ते बवाल को देखते हुए पुलिस ने छात्रों के साथ छात्राओं पर भी लाठीचार्ज किया। छात्राएं जब गर्ल्स हॉस्टल की तरफ भागी तो पुलिस ने उनका वहां पर भी पीछा किया, हालांकि छात्राओं ने सूझ-बूझ दिखाते हुए हॉस्टल का गेट बंद कर लिया। लड़कियों का आरोप है कि पुलिस उनपर लाठियां बरसाई व पैरों से कुचला भी।
उधर कुलपति ने तुगलकी फरमान जारी करते हुए शाम पांच बजे तक बीएचयू के सभी हॉस्टल खाली कराने के आदेश भी दिए हैं।