Akhilesh Yadav ने बाद में पत्रकारों से वार्ता में कहा कि मोहम्मद आजम खां के साथ भाजपा सरकार अन्याय कर रही है। वह बदले की भावना से काम कर रही है। आजम साहब को राजनीतिक षड़यंत्र के तहत फंसाया गया है। प्रशासन का जो रवैया है वह पूर्णतया अनुचित है। सरकार में बैठे लोग रागद्वेष और पक्षपात से परे कर्तव्य पालन की शपथ लेते हैं, उनका आचरण भी तदुनसार होना चाहिए। भाजपा सरकार संविधान को नहीं मानती है।
Akhilesh Yadav ने बताया कि शासन द्वारा आजम साहब को अपमानित करने की नीयत से रामपुर कारागार में रात में सोने नहीं दिया। तीन बजे रात में जेल एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने मोहम्मद आजम खां को जेल से स्थानांतरण का आदेश दिया और चार बजे उन्हें रामपुर से सीतापुर जेल के लिए रवाना कर दिया गया। डाॅ0 तंजीन फातिमा की तबियत खराब है उन्हें भी परेशान किया गया। Akhilesh Yadav ने कहा कि मुख्यमंत्री को और सरकारों को अमर्यादित आचरण नहीं करना चाहिए। राष्ट्रवाद के नाम पर जो सत्ता में आए है उन्हीं से राष्ट्र को खतरा उत्पन्न हो गया है। मुख्यमंत्री कहते हैं कयामत के दिन आने वाले नहीं है। वैसे उत्तर प्रदेश को तो पहले ही भाजपा ने कयामत के दरवाजे तक पहुंचा दिया है। भाजपा सरकार के रहते हुए उत्तर प्रदेश की खैर नहीं है।
Akhilesh Yadav ने कहा रोज सैकड़ों निर्दोष लोगों को जेल भेजा जाता है। किसी को गांजे के साथ तो किसी को फर्जी मुकदमों में। यहां तक कि जीवित को मृत दिखा दिया जाता है। इस तरह उत्पीड़न की कार्रवाईयां भाजपा राज में रोज ही हो रही है। उन्होंने ने कहा कि देश के सामने आर्थिक संकट की स्थिति है। नौजवान बड़ी संख्या में बेरोजगारी झेल रहे हैं। नौकरियों का अभाव है। मंहगाई चरम पर है। ये बुनियादी मुद्दे जनता न उठा सके इसलिए भाजपा दंगा कराना चाहती है। दंगे जनता का ध्यान अपनी परेशानियों से हटाने के लिए भी कराये जाते रहे हैं।
यहां यह भी कहना आवश्यक है कि आजम साहब ने दशकों लोकतंत्र के लिए संघर्ष किया है। आपातकाल में दो वर्ष तक उन्होंने जेल की यातना सही है। उन्होंने तालीम के क्षेत्र में मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय रामपुर में स्थापित कर ऐतिहासिक काम किया है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खां 9 बार विधायक, 5 बार मंत्री और एक बार राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं। इस समय वह लोकसभा के सदस्य है। 2019 में मोहम्मद आजम खां ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया तब उनकी पत्नी डाॅ0 तंजीन फातिमा चुनाव जीतकर विधायक बनी। डाॅ0 फातिमा राजकीय रजा स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्रोफेसर रही हैं। आजम साहब के पुत्र अब्दुल्ला आजम 2017 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर स्वार विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं।