आमंत्रित नहीं किया गया था
23 सितंबर को राजधानी में सपा की राज्य कार्यकारिणी की बैठक हुई थी, जिसमें मुलायम सिंह यादव को आमंत्रित नहीं किया गया था इससे वे काफी आहत थे और उन्होंने अखिलेश की कार्यशैली पर नाराजगी व्यक्त की थी। राजधानी में दो दिन पहले ही प्रेस कांफ्रेंस में मुलायम सिंह ने अपने बेटे अखिलेश यादव को बेहद घमंडी तक बताया था। इसके बाद यह माना जा रहा था कि मुलायम सिंह नई पार्टी की घोषणा करेंगे, लेकिन मुलायम सिंह हमेशा की तरह इस बार भी पलटी मार गए और बाद में उन्होंने कहा कि अखिलेश उनके बेटे हैं, इसलिए उनका आशीर्वाद उनके साथ है, लेकिन वे कई फैसलों पर अखिलेश यादव से सहमत नहीं हैं।
23 सितंबर को राजधानी में सपा की राज्य कार्यकारिणी की बैठक हुई थी, जिसमें मुलायम सिंह यादव को आमंत्रित नहीं किया गया था इससे वे काफी आहत थे और उन्होंने अखिलेश की कार्यशैली पर नाराजगी व्यक्त की थी। राजधानी में दो दिन पहले ही प्रेस कांफ्रेंस में मुलायम सिंह ने अपने बेटे अखिलेश यादव को बेहद घमंडी तक बताया था। इसके बाद यह माना जा रहा था कि मुलायम सिंह नई पार्टी की घोषणा करेंगे, लेकिन मुलायम सिंह हमेशा की तरह इस बार भी पलटी मार गए और बाद में उन्होंने कहा कि अखिलेश उनके बेटे हैं, इसलिए उनका आशीर्वाद उनके साथ है, लेकिन वे कई फैसलों पर अखिलेश यादव से सहमत नहीं हैं।
करीब तीन महीने बाद गए अखिलेश यादव ने आज विक्रमादित्य मार्ग पर अपने ही घर से सटे मुलायम सिंह यादव के आवास में करीब तीन महीने बाद गए। अखिलेश जब विक्रमादित्य मार्ग पर मुलायम सिंह के घर पहुंचे तभी से यह कयास लगाया जाने लगा कि वह नाराज हो चुके नेताजी को मनाने गए हैं। मुलायम सिंह कह चुके हैं कि पुत्र हैं अखिेलश तो आशीर्वाद उनके साथ है। उन्होंने नई पार्टी न बनाने का एलान करते हुए सपा से जुड़े रहने का बयान दिया था। नेताजी ने कहा था कि समाजवादी सोच वाले पार्टी से जुडें और सपा को मजबूत करें।
ट्वीट कर नेताजी जिंदाबाद कहा था अखिलेश ने भी मुलायम की प्रेस कांफ्रेंस के बाद ट्वीट कर नेताजी जिंदाबाद कहा था। अब देखना है कि मुलायम सिंह को मनाने में अखिलेश कामयाब होते हैं कि नहीं। पार्टी प्रवक्ता एवं विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह साजन ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश अपने पिता मुलायम से मुलाकात करने उनके घर गए और उन्हें 5 अक्तूबर को आगरा में होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन का निमंत्रण दिया। अधिवेशन में पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है। सुनील की मानें तो मुलायम सिंह ने अधिवेशन का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। अखिलेश की मुलायम सिंह से मुलाकात से शिवपाल यादव की मुश्किलें जरूर बढ़ेंगी। इससे आने वाले समय में यादव परिवार में कलह खत्म होने के आसार नहीं दिख रहे हैं।