ये भी पढ़ें- तीसरे चरण के मतदान के बाद भतीजे अक्षय का चाचा शिवपाल पर बड़ा पलटवार, कहा – … तो वे विधायक भी न होते पत्रों में दिए गई है यह जानकारी-
भाजपा नेता श्रीकृष्ण पाल द्वारा जिलाधिकारी को दिए गए पत्र अखिलेश यादव पर आरोप लगाते हुए कहा गया है कि उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव के लिए दाखिल किए गए नामांकन में इटावा के सैफई में क्रय की गयी 17.93 एकड़ जमीन का मूल्य 14,96,561 रूपया बताया है जब्कि 2012 चुनाव में अखिलेश यादव ने उसी भूमि का मूल्य 17,53,997 रूपये बताया था। यही नहीं अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने भी 2014 चुनाव में उसी जमीन की कीमत 17,53,997 रूपये बताई थी, तो 2019 चुनाव में अपने नामाकंन में इसकी कीमत 14,96,541 दर्शाई है।
नामांकन रद्द करने की मांग की- श्रीकृष्ण पाल का आरोप है कि अखिलेश यादव द्वारा दिए गया शपथ पत्र concealment of fact है, मतलब इसमें तथ्य को छिपाया गया है, क्योंकि जमीन की क्रय वैल्यू बदलती नहीं है। पाल ने जिला निर्वाचन अधिकारी से अनुरोध किया है कि गलत तथ्य देने के आधार पर अखिलेश यादव के खिलाफ नोटिस जारी करते हुए उनका नामांकन रद्द किया जाए।
राहुल-सोनिया गांधी के नामांकन रद्द करने की भी उठी थी मांग- हाल ही में रायबरेली से कांग्रेस प्रत्याशी सोनिया गांधी व बेटे राहुल गांधी का अमेठी से नामांकन रद्द करने की मांग उठी थी, हालांकि आखिर में फैसला सोनिया व राहुल के पक्ष में गया और जिलाधिकारियों ने उनके नामांकन को वैध करार दे दिया। अब देखना है कि अखिलेश के मामले में क्या फैसला आता है।