गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के धार जिला अस्पताल में पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए आए अभ्यार्थियों के मेडिकल टेस्ट के दौरान सीने पर एससी-एसटी लिख दिया गया था, जिसके बाद से ही देशभर से प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गई हैं। सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मामले में भाजपा सरकार को घेरा था तो वहीं आज अखिलेश यादव ने एससी/एसटी को लेकर ट्विटर अपना बयान जारी किया है।
अखिलेश यादव ने किया ट्वीट- अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया ट्विटर पर नौजवानों के सीने पर लिए एससी/एसटी की तस्वीर शेयर करते हुए बीजेपी पर हमला किया है। अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ”ये एक गंभीर और बेहद संवेदनशील मुद्दा है और सार्वजनिक सामाजिक अपमान का विषय भी। ये दर्शाता है कि जिन समाजों को संविधान ने संरक्षण प्रदान किया है उनके प्रति सरकार का दृष्टिकोण कितना उपेक्षापूर्ण है। घोर निंदनीय।”
पहले भी उठा चुके है दलित-नीति का मुद्दा-
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष पहले भी दलित-नीति को लेकर भाजपा सरकार को घेर चुके हैं। पिछले माह अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा था, ”सरकार की ये कैसी ‘दलित-नीति’ है कि न तो वो दलितों की मूर्तियां तोड़ने से लोगों को रोक रही है न उनकी हत्याएं करने से और ऊपर से नाम व एक्ट बदलने की भी साज़िश हो रही है। ये सब क्यों हो रहा है और किसके इशारे पर, ये बड़ा सवाल है। क्या दलितों को सरकार से मोहभंग की सज़ा दी जा रही है?”
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष पहले भी दलित-नीति को लेकर भाजपा सरकार को घेर चुके हैं। पिछले माह अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा था, ”सरकार की ये कैसी ‘दलित-नीति’ है कि न तो वो दलितों की मूर्तियां तोड़ने से लोगों को रोक रही है न उनकी हत्याएं करने से और ऊपर से नाम व एक्ट बदलने की भी साज़िश हो रही है। ये सब क्यों हो रहा है और किसके इशारे पर, ये बड़ा सवाल है। क्या दलितों को सरकार से मोहभंग की सज़ा दी जा रही है?”