भाजपा का शीर्ष नेतृत्व नहीं तय अखिलेश ने कहा कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व तय नहीं है। चुनाव के पहले ही गठबंधन को लेकर भाजपा को हार का डर सताने लगा है। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन से भाजपा नेताओं के होश उड़े हुए हैं। उन्हें सूझ ही नहीं रहा है कि वे कैसे उत्तर प्रदेश में रोज ब रोज दलदल में अपने पैर धंसने से बचा सके। भाजपा ने चुनावी वादों पर जनता से जो छल किया है उससे जनता अब उनको फिर कोई मौका देने को तैयार नहीं है। लोकतंत्र की इस सच्चाई का सामना करने का साहस भाजपा को जुटाना चाहिए।
किसान कर रहे हैं आत्महत्या सपा अध्यक्ष अखिलेश ने कहा कि किसानों के हित के लिए भाजपा ने बड़े वादों के अलावा कोई काम नहीं किया। ऐसे में किसान उन्हें दोबारा क्यों चुनेंगे? वहीं रोजगार की बात करें, तो नौजवानों को रोजगारतक नहीं मिला तो ऐसे में युवा भी अपना वोट भाजपा को देकर क्यों व्यर्थ करेंगे? इसी तरह महिलाओं, व्यापारियों, श्रमिकों और गरीबों के हित के लिए भी भाजपा ने कुछ नहीं किया। भाजपा राज में किसानों की आत्महत्याएं जारी है। कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती जा रही है। अपराधी बेखौफ हैं साथ ही मंहगाई और भ्रष्टाचार में भी वृद्धि रूकी नहीं है। बलात्कार, लूट, अपहरण, अत्याचार और निर्दोषों के उत्पीड़न पर जब कोई नियंत्रण नहीं, तो वोट भाजपा को क्यों मिलना चाहिए?