उत्तर प्रदेश में COVID-19 संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। कोरोना संक्रमितों की संख्या 10 हजार से ऊपर पहुंच गई हैं। राजधानी लखनऊ में ही रोज नए केस मिल रहे हैं। BJP Government लाॅकडाउन उठा रही है। अस्पतालों में इलाज के नाम पर या तो लूट हो रही है या लापरवाही। बच्चों के स्कूल कालेज बंद हैं। लाॅकडाउन में आपूर्ति की पूरी चेन बिगड़ जाने से व्यापारी परेशान है। Chief Minister बताए कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए केन्द्र के 20 लाख करोड़ महा पैकेज से मिले धन को कहां खर्च किया जा रहा है?
BJP Government की गलत नीतियों के फलस्वरूप रोटी-रोजगार से वंचित लोग भुखमरी के शिकार होकर अपनी जान गंवा रहे है। किसान सहित समाज के तमाम वर्गो के लोग अवसाद में है। कर्ज के बोझ से लदे लोगों को भविष्य में भी अंधेरा दिखाई दे रहा है। बाराबंकी में एक परिवार के 5 लोगों की जिंदगी तमाम परेशानियों की भेंट चढ़ गई। गाजियाबाद एटलस साइकिल कम्पनी बंद हो गई। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के फखरूद्दीन स्थित प्लांट पर भी श्रमिकों को हटा दिया गया है। प्रदेश में भूख से लोगों का मरना रूकना चाहिए।
BJP को अब मान लेना चाहिए कि उसकी गलत नीतियों के चलते देश की अर्थव्यवस्था बहुत बुरे दौर से गुजर रही है। लोगों के पास काम धंधा नहीं रह गया है। नोटबंदी जीएटी ने व्यापार चैपट कर दिया। मंहगाई बढ़ती जा रही है। नौकरियां घटती जा रही हैं। मांग-आपूर्ति में भारी अंतर है, दुनिया की निगाह में भारत की साख गिर रही है। यूपी के सीएम की टीम- एलेवन को अपने कामकाज पर एक श्वेत पत्र जारी कर सबका साथ, सबका विकस और सबका विश्वास कैसे कायम रह सकता है। BJP Government के निर्णयों का दुष्परिणाम के कारण ही जान के लाले पड़ गये और जहान भी सुरक्षित नहीं है।