Akhilesh Yadav पार्टी मुख्यालय में एकत्र कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि B J P एक तो जनविरोधी काम करती हैं दूसरे लोकतंत्रीय व्यवस्था और संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने में पीछे नहीं रहती है। B J P राज में किसानों, महिलाओं और बच्चियों का उत्पीड़न बढ़ा है। नोटबंदी-जीएसटी से उद्योगधंधे चौपट हुए है और नौजवान बेकार हुए है।
Akhilesh Yadavने कहा कि अजीब बात है कि B J P नेतृत्व ने ही विद्वत्ता की ठेकेदारी अपने नाम कर ली है। उनका एक मात्र काम अपने हर गलत काम को सही ठहराना हैं। भाजपा सीएए, एनपीआर, एनआरसी पर भ्रम फैलाने से बाज नहीं आ रही है। इन सबकी समझ लगता है सिर्फ भाजपा वालों को ही है अन्यथा क्या कारण है कि भारत की 90 प्रतिशत आबादी इनके कुत्सित इरादों से खौफजदा हैं। कई राज्य सरकारों ने इनके नए कानूनों के प्रति विरोध जता दिया है। जगह-जगह जनता प्रदर्शन-आंदोलन कर रही है।
Akhilesh Yadav ने कहा कि सत्ता प्रतिष्ठान में बैठकर झूठ की इबारत लिखने में कुछ महारत हासिल लोग भी हैं। इनको एक काम सौंपा गया है samajwadi government के विकास पर अपना ठप्पा लगाकर अपनी वाहवाही के बयान छपवाना। हिंसा पीड़ितों के परिजनों के साथ पुलिस उत्पीड़न और निर्दोषों को जेल में यातना देने की सच्चाई सामने लाने पर भाजपा नेता बौखलाहट के शिकार है। उन्हें इसमें तुष्टीकरण दिखाई देता है जबकि वही इस खेल के पुराने माहिर है। इस सबकी न्यायिक जांच हो तो भाजपाई झूठ की कलई खुलने में देर नहीं लगेगी।
Samajwadi Party तो गरीबों, किसानों के साथ हो रहे अन्याय, नौजवानों की बेरोजगारी और नागरिकों के उत्पीड़न की कार्यवाही के खिलाफ आवाज उठाती रही है। जनता को राहत तभी मिलेगी जब भाजपा का विभेदकारी खेल बंद होगा। इसके लिए ही एनपीआर फार्म न भरने का सत्याग्रह शुरू करने का Samajwadi Party ने निर्णय लिया हैं। गांधीजी ने दक्षिण अफ्रीका में ऐसे ही पंजीकरण के खिलाफ आवाज उठाई थी। उनके रास्ते पर चलकर ही देश आजाद हुआ और अब उनके सत्याग्रह के सहारे ही जनता को गरीब विरोधी B J P government की उत्पीड़नकारी नीतियों से मुक्ति मिलेगी।