ये भी पढ़ें- कोरोना: कहर बरपा रहा कोरोना, यूपी में तीन लाख के करीब सक्रिय मामले, 11 हजार से ज्यादा मौतें पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि भाजपा सरकार कोरोना की महामारी और जनता की बढ़ती तकलीफों के बीच भी अपनी थोथी बातें करने से बाज नहीं आ रही है। सच्चाई का सामना करने से वह भय खाती है। सरकार का बड़बोलापन स्वयं बढ़ते संकट का कारण है। प्रदेश की जनता इलाज, दवा और आक्सीजन के लिए दर-दर भटक रही है किन्तु भाजपा सरकार कुप्रचार और विज्ञापन के सहारे सभी को भटकाने का काम कर रही है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान न देकर उन्हें बर्बाद किया है। संक्रमण के दूसरे आक्रमण के ज्यादा खतरनाक होने की विशेषज्ञ चेतावनी के बावजूद हालात सम्हालने के प्रयास नहीं किए गए। गोरखपुर और रायबरेली में एम्स समाजवादी सरकार की ही देन है। भाजपा सरकार इन्हें ठीक से शुरू भी नहीं कर पाई। भर्ती न होने से चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ की भारी कमी है। भाजपा सरकार को अपनी करनी पर लाज नहीं आती है।
ये भी पढ़ें- यूपी में एक दिन में रिकॉर्ड 38055 हुए कोरोना संक्रमित, 223 की मौत मौंतों को छुपाया नहीं जा सकता- अखिलेश यादव ने कहा कि तड़प-तड़प कर हो रही मौंतों को छुपाया नहीं जा सकता। आगरा में पिता को लेकर बेटा दौड़ता रहा, इलाज नहीं मिला। कानपुर में ठेले पर डेढ़ घंटे शव पड़ा रहा। गोरखपुर में सड़क पर मरीज की मौत। कानपुर में एक अस्पताल में आक्सीजन खत्म, 2 मृत। आगरा में एक अस्पताल में कहा जा रहा है पहले 5 सिलेण्डर लाएं तभी भर्ती करेंगे। वेंटीलेटर, भाप मशीन, आक्सीजन सबकी कालाबाजारी चल रही है। सरकार इसकी रोकथाम में विफल साबित हुई है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में संकट इसलिए भी है कि मुख्यमंत्री जी की टीम-इलेवन भी किसी काम की साबित नहीं हो रही है। उसके सारे तंत्र बेकार हो गए हैं। अस्पताल में और घर में पड़े मरीजों का कोई पुर्साहाल नहीं है। दर-दर भटक रहे परेशान हाल लोगों की जिंदगी से ऐसा खिलवाड़ अमानवीयता की सभी हदें पार कर गया है।