बता दें कि गुरुवार को अखिलेश यादव पूरे डेढ़ साल बाद वाराणसी पहुंच थे। वो यहां खिड़कियां घाट में होने वाली खास गोवर्धन पूजा के मुख्य अतिथि थें।
आपको बता दें कि इस पूजा में अखिलेश यादव इससे पहले साल 2007 में शामिल हुए थे, जिसके बाद वो साल 2012 में यूपी के मुखिया बने थे लेकिन सीएम बनने के बाद वो हर साल बड़े विधि-विधान से होने वाली इस पूजा में कभी भी शामिल नहीं हुए और इसके बाद वो सत्ता से बाहर हो गए।
आपको बता दें कि इस पूजा में अखिलेश यादव इससे पहले साल 2007 में शामिल हुए थे, जिसके बाद वो साल 2012 में यूपी के मुखिया बने थे लेकिन सीएम बनने के बाद वो हर साल बड़े विधि-विधान से होने वाली इस पूजा में कभी भी शामिल नहीं हुए और इसके बाद वो सत्ता से बाहर हो गए।
इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की राजनीति ही धर्म से शुरू होती है। समाजवादियों के लिए धर्म राजनीति का रास्ता नहीं हो सकता है। मेरी पत्नी व्रत रखती है या खाना देख कर पता चल जाता है कि आज कौन से दिन है। यह हमारी आस्था का विषय है। बनारस का क्योटो बनाने के प्रश्र पर कहा कि मैने क्योटो गया हूं और छह बाद जब सपा की सरकार बनाये तो यहां के मीडिया को अपने साथ क्योटो लेकर जाऊंगा। वही बैठ कर तय किया जायेगा कि किस तरह क्योटो बनाया जाये। बनारस के अपराध पर कहा कि यहां पर व्यापारियों का सोना लूट लिया जाता है अपराधियों को पकडऩे का दावा किया जाता है लेकिन सोना नहीं मिलता। यूपी में चारों तरफ ताबड़तोड़ क्राइम हो रहा है जिसे रोकने में बीजेपी नाकाम साबित हो रही है। बनारस में फ्लाईओवर हादसे पर कहा कि बीजेपी सरकार को मृतकों को50-50 लाख का मुआवजा देना चाहिए।