बता दे कि मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी और सलाहकार इवांका ट्रंप भारत के दौरे पर आई हैं। वह हैदराबाद में हो रहे ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप समिट में हिस्सा लेने पहुंची हैं। भारत में इवांका ट्रंप का जोरदार तरीके से स्वागत किया गया। ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप समिट (Global Entrepreneurship Summit) के दौरान इवांका ट्रंप की मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी हुई।
अखिलेश ने कसा तंज- ये कैसा विरोधाभास है
इवांका ट्रंप और नरेंद्र मोदी की मुलाकात पर तंज कसते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर करारा तंज कसा है। उन्होंने लिखा है- विदेशी मेहमान का स्वागत है! वंशवाद का विरोध करनेवाले आज किसी विदेशी वंशज के स्वागत में हाथ बांधे खड़े हैं। ये विरोध का कैसा विरोधाभास है।
इवांका ट्रंप और नरेंद्र मोदी की मुलाकात पर तंज कसते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर करारा तंज कसा है। उन्होंने लिखा है- विदेशी मेहमान का स्वागत है! वंशवाद का विरोध करनेवाले आज किसी विदेशी वंशज के स्वागत में हाथ बांधे खड़े हैं। ये विरोध का कैसा विरोधाभास है।
इसिलए अखिलेश ने किया ट्वीट
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी और भाजपा के दिग्गज नेता अपनी रैलियों में वंशवाद की राजनीति के खिलाफ बोलते रहे हैं। नरेंद्र मोदी हों या भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान वंशवाद को लेकर समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते रहे हैं। इसी को लेकर अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा तंज कसा है।
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी और भाजपा के दिग्गज नेता अपनी रैलियों में वंशवाद की राजनीति के खिलाफ बोलते रहे हैं। नरेंद्र मोदी हों या भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान वंशवाद को लेकर समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते रहे हैं। इसी को लेकर अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा तंज कसा है।
किसी ने अखिलेश तो किसी ने पीएम मोदी का किया समर्थन
अखिलेश यादव के ट्टवीट पर कमेंट्स की बाढ़ सी आ गई। कुछ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदा का सपोर्ट किया है तो कुछ अखिलेश यादव के साथ खड़े दिखाई दिए। आइए आपको दो यूजर्स की मर्यादित बहस के कमेंट्स आपको पढ़ाते हैं-
अखिलेश यादव के ट्टवीट पर कमेंट्स की बाढ़ सी आ गई। कुछ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदा का सपोर्ट किया है तो कुछ अखिलेश यादव के साथ खड़े दिखाई दिए। आइए आपको दो यूजर्स की मर्यादित बहस के कमेंट्स आपको पढ़ाते हैं-
Anshuman Singh- बिहार में चुनाव आया में बिहार का बेटा हूँ, यूपी में चुनाव आया में यूपी का बेटा हूं, अब गुजरात का चुनाव आया तो मैं यहां का बेटा हूं। Satya Prakash Tanwar- इसमें मानसिकता के कारण गलत दिखता है, यह तो अच्छी बात है कि वह जहां जाते हैं वहां के हो जाते हैं, क्योंकि वो पूरे देश के प्रधान सेवक हैं।
Anshuman Singh- अंकल प्रधानसेवक का देश के प्रति और देश के लोगों के प्रति कोई ज़िम्मेदारी है या सिर्फ़ चुनाव जीतने के लिए वहां का बेटा बन जाओ और फिर भूल जाओ Satya Prakash Tanwar- यह तो आप गूगल में देख सकते हैं 2014 से अभी तक क्या काम हुए हैं। आपको इसी से पता लग जायेगा कि इतने लोग धराशायी होते जा रहे हैं और सभी खिलाफत कर रहे हैं लेकिन ये तो पब्लिक है सब जानती है और भरोसा कर रही है कि इनके समय में हो भी रहा है और भी होगा।
Anshuman Singh- अंकल लगता है आप के 15 लाख खाते में आ गए , हम लोगों को तो रोज़गार का सपना दिखाया था जो की 4 साल होने को है अभी तक हुआ नही .
Satya Prakash Tanwar- में तो बीटा रिटायर हूँ बच्चे पढ़ा दिए जब तक नौकरी अच्छी नहीं मिली टैब तक छोटी नौकरी कर ली अब प्राइवेट में अच्छी नौकरी कर रहे हैं। Anshuman Singh- चलिये अंकल अच्छी बात है आप को इतना तजुरबा है पर आप सोचियेगा की देश में इतनी नफ़रत, ज़हर और बुरा हाल त्राहिमाम किसकी वजह से है