वृषभ राशि का बन रहा विशेष संयोग
लखनऊ निवासी ज्योतिषाचार्य राजेन्द्र तिवारी ने बताया है कि इस वर्ष अक्षय तृतीया 18 अप्रैल को बड़े धूमधाम से मनाई जाएगी। इस बार अक्षय तृतीया के पर्व पर कृतिका नक्षत्र और स्वार्थ सिद्धि और आयुष्मान योग और वृषभ राशि का विशेष संयोग बन रहा है। अक्षय तृतीया के पर्व पर विवाह, गृह प्रवेश, नया व्यापार आदि सभी कार्यों को किया जाता है। इस दिन परशुराम जयन्ती और त्रेतायुग का प्रारम्भ हुआ था। इस अक्षय तृतीया तिथि को युगादि तिथि भी कहते है। इस दिन भगवान विष्णु एवं लक्ष्मी जी की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
भगवान विष्णु के नर नारायण, हयग्रीव अवतार अक्षय तृतीया के ही दिन हुआ था। भगवान ब्रह्मा के पुत्र अक्षय कुमार का जन्म भी इसी दिन हुआ था। श्री बद्रीनारायण के कपाट भी अक्षय तृतीया के ही दिन खुलते है और वृन्दावन में श्रीबिहारी जी के चरणों के दर्शन भी साल में इसी दिन होते है। अक्षय तृतीया में तीर्थो में स्नान, जप, तप, हवन आदि शुभ कार्य का अनंत फल मिलता है। इस दिन किया गया दान अक्षय यानि की जिसका क्षय न हो माना जाता है। इस दिन जल से भरा कलश, पंखा, छाता, गाय, चरण-पादुका स्वर्ण भूमि आदि का दान सर्वश्रेष्ठ रहता है। मन्दिरों में जल से भरा कलश एवं खरबूजे चढ़ाए जाते हैं और घर में जल से भरा कलश भी रखा जाता है। जिससे घर में हमेशा सुक और शांन्ति बनी रहे।
आभूषण वाहन, व प्रापर्टी खरीदने का शुभ मुहूर्त
अक्षय तृतीया के दिन ऐसी मान्यता है कि सोना, चांदी खरीदने से घर में खुशियां आती है। सोना, चांदी आदि आभूषण वाहन, व प्रापर्टी आदि खरीदने हेतु 18 अप्रैल को शुभ समय अमृत मुहूर्त प्रात: 05:44 से 8:55 तक रहेगा।
अक्षय तृतीया का पर्व कल उत्तर प्रदेश सहित पूरे भारत में मनाया जाएगा। अक्षय तृतीया के पर्व को मनाने के लिेए सभी विवाहित महिलाएं अपने मायके में जाएंगी और बड़े ही धूमधाम से इस पर्व का आनन्द लेंगी।