एकेटीयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने बताया कि कमेटी ने जांच रिपोर्ट उन्हें सौंप दी है। रिपोर्ट के आधार पर 15 अज्ञात अभ्यर्थियों के खिलाफ पीजीआइ थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है।
कमेटी के अध्यक्ष प्रो. मनीष गौड़ ने बताया कि परीक्षा केंद्र की नेटवर्क प्रणाली में जानबूझकर लूप उत्पन्न किए गए। इस कारण करीब 15 कम्प्यूटर पर लॉगिन की समस्या हुई। ऐसे में अभ्यर्थियों को किसी तरह दूसरे कम्प्यूटर पर स्थानांतरित कर परीक्षा शुरू करवाई गई, लेकिन इसके बाद तकनीकी समस्या पूरे केंद्र में फैल गई। मामले की जानकारी विश्वविद्यालय के पर्यवेक्षक प्रो. एचके पालीवाल और प्रो. नीलम श्रीवास्तव को दी गई। इसी बीच छेड़छाड़ करने वाले अभ्यर्थी हंगामा मचाने लगे। इन अभ्यर्थियों में से कुछ ने ऑनलाइन प्रश्नपत्र के स्क्रीन शॉट मोबाइल फोन से खींचकर पेपर आउट करने का भी प्रयास किया। इन्होंने अन्य कमरों में जाकर दूसरे परीक्षार्थियों को भी परीक्षा देने से रोका। हंगामा बढ़ने पर मामले की जानकारी कुलपति को दी गई तो प्रति कुलपति प्रो. कैलाश नारायण, प्रो. एनबी सिंह और सिस्टम मैनेजर अभिषेक नागर की टीम मौके पर भेजी गई। फिर जांच के बाद परीक्षा निरस्त करने की संस्तुति की।
यह परीक्षा बीते आठ अक्टूबर को राजधानी के अंसल टेक्निकल कैंपस में पहली पाली में आयोजित होने वाली शिक्षक भर्ती की ऑनलाइन परीक्षा में तकनीकी गड़बड़ी आ गई थी। इसके बाद अभ्यर्थियों ने हंगामा किया था और परीक्षा निरस्त कर दी गई थी। अब जांच कमेटी की रिपोर्ट पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर अभ्यर्थी किस तरह सर्वर को ठप कर सकते हैं।
20 करोड़ में सुधरेगा 15 इंजीनियरिंग कॉलेजों का इंफ्रास्ट्रक्चर तकनीकि शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने शुक्रवार को अपने विभाग की उपलब्धियां गिनाईं। उनके मुताबिक, पिछले छह महीनों में इंजीनियरिंग कॉलेजों में क्वालिटी सुधार योजना चलाई गई और संस्थानों को 200 करोड़ रु. देकर क्वालिटी को सुधारा गया। टेक्निकल एजुकेशन विभाग ने 6 महीने में पहले के मुकाबले बहुत से काम किए हैं। AKTU में रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज को इस साल शुरू किया गया।’ प्रेस कॉन्फेंस के दौरान उन्होंने कहा, ”6700 शिक्षकों के आवेदन आए है, ”जिन्हें नवंबर तक हम पूरा कर लेंगे। 6 महीने की छोटी सी सरकार में हमने अब तक 3
रोजगार मेले लगाए हैं। अब तक 4500 युवाओं को रोजगार दिया जा रहा है।
अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU ) के भवन को अपने 17 सालोंं के कार्यकाल के बाद अपना खुद का भवन हमारी सरकार ने दे दिया।” यूपी के 18 मंडलों के हर मंडल में एक महिला राजकीय पॉलिटेक्निक की स्थापना की जा रही है। इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार के लिए 15 इंजीनियरिंग कॉलेज का चयन किया गया है, जिसमें सरकार से उन्हें 20 करोड़ की मदद दी जाएगी।”