जाने माने संत वेदांती ने कहा कि रामजन्मभूमि का नक्शा फाड़ देना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मामले में एफआईआर करवाने का निर्णय लिया था लेकिन रामलला के पक्ष में आने वाले निर्णय पर कोई व्यवधान न आ जाए इसलिए अभी एफआईआर नहीं करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 40 दिन के भीतर 70 साल से लटके मामले की सुनवाई पूरी कर बहुत ही सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि बाबर के नाम पर कुछ भी नहीं है जो भी है वह भगवान राम के नाम पर है। देश के बहुसमाज की आस्था से जुड़ा हुआ है।
दूसरी ओर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस 70 साल तक लोगों को इंतजार करवाती रही। कांग्रेस नहीं चाहती है अयोध्या में राम मंदिर बने और मामले का समाधान हो। देश के 95 प्रतिशत मुसलमान चाहते है कि अयोध्या में राम मंदिर बने। और अब कोर्ट के फैसले का इंतजार है।