(Ambedkar Jayanti) उन्होंने आगे कहा कि इन शोषित वर्गों के लिए हक,न्याय एवं राजनीतिक भागीदारी के लिए हर प्रकार का संघर्ष बसपा का ओढ़ना-बिछौना है। यह संघर्ष लगातार जारी रहेगा चाहे इसके विरुद्ध विरोधी पार्टियां व इनकी सरकारें कितने ही हथकंडे क्यों न अपनाएं। बाबा साहेब डा. अम्बेडकर की सोच व संघर्ष के विपरीत सरकारी संपत्तियों को धड़ल्ले से निजी हाथों में बेचने से आरक्षण की निष्क्रियता के साथ-साथ देश में कुछ मुट्ठी भर बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों की तिजोरियों में ही सिमट जाने से देश में गरीबी व आर्थिक असमानता घातक तौर पर बढ़ती ही चली जा रही है। जिसके लिए कांग्रेस व भाजपा सरकारें पूरी तरह से कसूरवार हैं।
(Ambedkar Jayanti) मायावती ने कहा कि जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त विरोधी पार्टियों व इनकी सरकारें बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के संघर्षों व संदेशों की कितनी ही अवहेलना करके उनके अनुयायियों पर शोषण, अन्याय-अत्याचार व द्वेष आदि जारी रखें, किन्तु उनके आत्मसम्मान व स्वाभिमान का बीएसपी मूवमेंट रुकने और झुकने वाला नहीं है।
(Ambedkar Jayanti) उन्होंने यह भी कहा जातिवादी सरकारें उपेक्षित वर्ग के नेताओं को अपने समाज का भला करने की छूट नहीं देती हैं। यदि कोई कुछ करने का प्रयास करता है तो उसको दूध की मक्खी की तरह निकाल-बाहर कर दिया जाता है, जैसा कि अब तक यहां होता रहा है। इसीलिए इन वर्गों की हालत अभी तक मजबूर व लाचार, यह अति-दु:खद है।