AN-32 विमान क्रैश में मारे गए शहीद जवान पुताली का पार्थिव शरीर पहुंचा उनके गांव
AN-32 विमान हादसा: 18 दिन बाद पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
लखनऊ. भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) के एएन-32 (AN-32) विमान क्रैश में जान गंवाने वाले शहीद जवान पुताली का पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनका गांव भोली लाया गया। बीकेटी स्थित भोली के रहने वाले शहीज पुताली का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचते ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान एयरफोर्स के तमाम अधिकारी और जवान मौजूद रहे। वहीं सीएम के प्रतिनिधि के तौर पर मंत्री गोपालजी टंडन सहित डीएम कौशल राज शर्मा (Kaushal Raj Sharma) और एसएसपी कलानिधि नैथानी (Kalanidhi Naithani) भी मौजूद रहे। एयरफोर्स अधिकारियों ने पार्थिव शरीर को कंधा दिया।
‘वायुवीर अमर रहे’ के लगे नारे शहीद जवान पुताली के अंतिम संस्कार के दौरान ‘वायुवीर अमर रहे’ के नारे लगे। शहीद की अंतिम यात्रा में कई अधिकारी, नेता और स्थानीय लोग शामिल हुए।
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार 3 जून को क्रैश एएन-32 विमान क्रैश हुआ था। हादसे के 18 दिन बाद शहीद जवान पुताली का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा। राजकीय सम्मान के साथ पुताली का अंतिम संस्कार किया गया। पुताली के बड़े भाई ने उनके पार्थिव शरीर को मुखाग्रि दी।
ये भी पढ़ें:गोवंशों की मौत पर पनपा आक्रोश, ज्वार का सेवन करने से एक दर्जन से अधिक गाय हुईं बीमारतीन भाइयों में सबसे छोटे पुताली शहीद हुए पुताली तीनों भाइयों में सबसे छोटे थे। वह अविवाहित थे और उन्हीं से पूरे घर का खर्च चल रहा था। परिजनों द्वारा सरकार से मांग की गई कि उनके घर के किसी एक सदस्य को नौकरी दी जाए, जिससे कि उनके घर का खर्चा चल सके। सरकार की ओर से परिवार को आर्थिक सहायता के रूप में मंत्री आशुतोष टंडन द्वारा 20 लाख का चेक सौंपा गया। वहीं पीएम आवास योजना के तहत सरकार ने दो मकान और पेंशन की भी व्यवस्था की।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी श्रद्धांजलि दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एन-32 (AN-32 aircraft crash) में 13 शहीद जवानों को नमन किया। दिल्ली के पालम टेक्नीकल क्षेत्र में आयोजित समारोह में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।