ये सिलसिला कल शनिवार शुरु हुआ था। इसके बाद दिल्ली और लखनऊ में एफआईआर भी दर्ज की गयी थी। शनिवार को पुरुष के आवाज में आया ऑडियो संदेश यूसुफ नाम के व्यक्ति ने भेजने का दावा किया है। जबकि रविवार को वही ऑडियो संदेश किसी आयशा नाम की महिला की ओर से भेजा गया है। दोनों में एक कि संदेश है, बस अंतर है तो केवल आवाज की। ऐसे संदेशों से शनिवार को लखनऊ में तब हड़कंप मच गया था जब दोपहर एक बजे से तीन बजे के बीच पत्रकारों के पास जहीरी रिकार्डेड कॉल्स आना शुरू हुयीं। पता चला है कि विदेशी नंबरों वाले बल्क कॉल पैकेज से ऐसी जहरीली कॉल्स दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद के पत्रकारों को भी आयी। जबकि दिल्ली और लखनऊ के आम लोगों के पास भी ये काल आने की खबरें आयीं हैं।
( Independence day) स्वतंत्रता दिवस के पहले भड़काऊ संदेश वाले इस मामले को लेकर यूपी और दिल्ली की पुलिस चौकन्ना थी, लेकिन इस तरह के फोन आने का सिलसिला आज भी जारी है। फर्क इतना है कि कल का रिकार्डेड फोन पुरुष की आवाज़ मे था और आज जो ऐसे फोन आ रहे हैं वो महिला की आवाज़ मे हैं। देश के सौहार्द को चुनौती देने वाली इस तरह की फोन काल्स करने वाली देश की दुश्मन ताकतों को पकड़ना तो दूर पुलिस ऐसी खतरनाक कॉल्स को रोकने में भी कामयाब नहीं हो सकी है।ये कॉल अब सोशल मीडिया पर भी तेज़ी से वायरल हो रही है। रिकार्डेड कॉल में राम मंदिर और देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ जहर उगला गया।
राष्ट्रीय एकता, अखंडता को चुनौती दी गई। मुस्लिम समाज को भड़काने के प्रयास किये गये। स्वतंत्रता दिवस (Independence day ) से कुछ दिन पहले इतनी जहरीली साजिश को असरदार बनाने के लिए पत्रकारों का सहारा लिया गया। सबसे पहले इस साजिश की जानकारी से सुरक्षा एजेंसियों को अवगत कराने के लिए पत्रकारों ने सारी बात पब्लिक डोमेन (social media) पर रखी। लखनऊ की हजरत गंज कोतवाली में सब की शिकायत पर तफ्तीश शुरु हो गयी। ( Lucknow Police Commissioner) लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने एक मोबाइल नंबर 9454401508 जारी करते हुए कहा है कि यदि किसी के पास ऐसी कॉल आती है तो वो कॉल डिटेल इस नंबर पर भेज दे। लखनऊ पुलिस ने कल अपनी प्राथमिक पड़ताड़ में बताया था कि धमकी या भड़काऊ संदेश देने वाले फोन नंबर विदेशी लग रहे हैं।