मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने पार्टी की विचाराधारा से हटकर ऐसा बयान दे दिया है, जिससे सपा में हड़कंप मच गया है.
Mulayam Aparna
लखनऊ. आज 8 नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी पर लिए गए ऐतिहासिक फैसले को एक साल हो गए हैं। इस एक साल में नोटबंदी को लेकर लोगोंं में मिलीजुली प्रतिक्रिया रही, लेकिन ज्यादातर जनता ने इस फैसले की अलोचना ही की। वहीं विपक्षी दलों ने भी इसका जमकर विरोध किया। समाजवादी पार्टी ने भी देश में नोटबंदी से हुए नुकसान की गाथा को जन-जन तक पहुंचाया। आज भी पार्टी नोटबंदी के खिलाफ खड़ी है और इस दिन को ‘काला दिवस’ मान रही है, लेकिन मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने पार्टी की विचाराधारा से हटकर ऐसा बयान दे दिया है, जिससे सपा में हड़कंप मच गया है, तो वहीं भाजपा खुशी से झूम उठी है।
अपर्णा यादव का मानना है कि नोटबंदी पास हुई है या फेल, इस पर निर्णय अभी नहीं लिया जा सकता है। अपर्णा ने हैशटैग #DeMoWins (नोटबंदी की विजय हुई) का इस्तेमाल करते हुए ट्वीट किया कि अभी केवल एक साल हुआ है, इसलिए नोटबंदी को सफल या असफल करार देना जल्दबाजी होगी।
अपर्णा को ट्विटर पर मिला समर्थन- अपर्णा के इस ट्वीट से जहां समाजवादी पार्टी के खेमें में तहलका मच गया हैं, तो वहीं भाजपाई खुशियां मना रहे होंगे। अपर्णा के इस ट्वीट को सोशल मीडिया पर भी काफी सराहा जा रहा। उनके अभिभावकों में से एक कौशल मिश्रा लिखते हैं, “आप राजनीति को अलग रख कर देखिए और दिल से पूछिए क्या यह सही नहीं था क्या .. लोगों को बस मोदी का विरोध करना है”। वहीं एक अन्य ने अपर्णा को सपा की सुुपरवुमेन बताया है।
अपर्णा पहले भी कर चुकी हैं भाजपा की तारीफ- ये पहली बार नहीं है, जब मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू व प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में कोई बयान दिया है। कई दफा ऐसा हुआ है जब अपर्णा ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं व उनके दिग्गजों की तारीफ की है व उनकी योजनाओं का समर्थन किया है।
जब गोरखपुर से सासंद योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तब भी अपर्णा उनसे मिलने गई थीं और गायों के प्रति उनके प्रेम को देखते हुए उन्हें अपने कान्हा उपवन गौशाल में आने के लिए आमंत्रित किया था। सीएम वहां आए और अपर्णा की खूब तारीफ भी की थी।
Aparna Gaushala IMAGE CREDIT: Patrikaभाजपा में शामिल होने के सवाल पर अपर्णा ने कहा- अभी कुछ नहीं कहा जा सकता सीएम योगी से अपर्णा व उनके पति प्रतीक की मुलाकात के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि अपर्णा भाजपा में शामिल हो सकती हैं। इस पर अपर्णा ने कहा था कि योगी आदित्यनाथ से उनकी बातचीत पहले भी होती रही है। हमारी गौशाला के बारे में उन्हें पहले से पता है। बीफ को लेकर मेरे बयान का समर्थन भी उन्होंने किया था।’ अपर्णा ने कहा कि राजनीति की संभावनाओं का भगवान मालिक है, अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।
वहीं वर्ष 2016 में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ में दरगाह हजरत कासिम में आयोजित रोजा इफ्तार में शामिल हुए, जहां सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की बहू ने राजनाथ सिंह के चरण छूकर उनका आशीर्वाद भी लिया।
यही नहीं, इससे पहले भी ऐसे कई वाक्ये हुए जो अपर्णा यादव की राजनितिक अकांक्षाओं का दर्शाते हैं, हालांकि स्पष्ट रूप से उन्होंने कभी इस पर खुलकर या दूसरे किसी दल में शामिल होने पर चर्चा नहीं की।