जिस तरह समाचार में फोटो का अपना एक अलग महत्व होता है उसी तरह किसी भी पत्रकारिता संस्थान के विकास में फोटोग्राफी की शिक्षा का एक अलग महत्व होता है। उन्होंने कहा कि आजकल सभी मोबाईल में भी कैमरा है जिसके माध्यम से हम हर तरह की फोटो ले सकते हैं। नई तकनीक ने हर व्यक्ति को कैमरा मैन बना दिया है। कार्यशाला में बच्चों को संबोधित करते हुए रंजीत कुमार ने बताया कि आज सूचना क्रांति का युग है पल भर में कोई भी चित्र एक देश से दूसरे देश में पहुुंच जाता है इसको ध्यान देने वाली बात यह है कि कोई भी चित्र या फोटो को सूचना संसाधानों के जरिये बिना देखे और समझे किसी और को नहीं भेजना चाहिए इसके साथ ही कैमरे के आविष्कार और उसके निरंतर विकास की कहानी को फोटो स्लाइड के जरिए समझाया। फोटोग्राफी के विभिन्न आयामों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कैमरा की तकनीकी बारीकियां बताईं। । कॉलेज के रजिस्ट्रार सुदेश तिवारी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि पत्रकारिता के बच्चों के लिए फोटोग्राफी की कार्यशाला बहुत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि फोटोग्राफी एक टेक्निकल विषय है जिसमें पढ़ने साथ प्रयोग भी बहुत जरूरी है।
दूसरे सत्र में क्रिएटिव फोटोग्राफी के बारे में बताया कि कैसे एक आम तस्वीर को खास और आकर्षक बनाया जा सकता है साथ ही छात्र-छात्राओं को पिक्च्र क्वालिटी, लेंस, पिक्सल, एंगल, शटर स्पीड, ऑटो मोड, पी मोड और आईएसओ के बारे में अवगत कराया।