एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि दोनों युवक उसी गिरोह से संपर्क रखते हैं जिस गिरोह के सदस्यों को 26 अक्टूबर को राजधानी एक्सप्रेस से गिरफ्तार किया गया था। यह गिरोह बड़े पैमाने पर बांग्लादेशियों को भारत में अवैध तरीके से लाता है फिर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फर्जी पासपोर्ट बनाकर बांग्लादेशियों को विदेश भेजा जाता है। पिछले दिनों गिरफ्तार किए गए गिरोह के सदस्यों से पूछताछ पर समीर और विक्रम का नाम सामने आया था जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी की गई है।
गिरोह के सदस्य पिछले लंबे समय से यह काम करते हुए आ रहे हैं पहले तो बांगलादेश व मयंमार के लोगों को चोरीछिपे भारत की सीमा पार करा के देश में लाया जाता है फिर फर्जी आधारकार्ड, वोटर आइडी जैसे दस्तावेज बना के विदेशियों का भारत का नागरिक बताते हुए फर्जी पासपोर्ट बनाया जाता है। इस पासपोर्ट की मदद के विदेशियों को भारत का नागरिक बता के विदेश भेजा जाता है। इस काम के बदल में विदेशियों से गिरोह के सदस्य मोटी रकम वसूलते हैं।