script‘बॉलीवुड की ज्यादातर कहानियां यूपी में फिट हो जाती हैं’ | Awadh festival and film forum by FICCI | Patrika News

‘बॉलीवुड की ज्यादातर कहानियां यूपी में फिट हो जाती हैं’

locationलखनऊPublished: Nov 16, 2018 12:00:26 pm

Submitted by:

Prashant Srivastava

फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन (एफएलओ) लखनऊ और कानपुर चैप्टर की ओर से अवध फेस्टिवल ऐंड फिल्म फोरम (आईवाफ) के दूसरे दिन फिल्म मेकिंग से जुड़े तमाम पहेलुओं पर चर्चा हुई।

gg

‘बॉलीवुड की ज्यादातर कहानियां यूपी में फिट हो जाती हैं’

लखनऊ. राजधानी स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन (एफएलओ) लखनऊ और कानपुर चैप्टर की ओर से अवध फेस्टिवल ऐंड फिल्म फोरम (आईवाफ) के दूसरे दिन फिल्म मेकिंग से जुड़े तमाम पहेलुओं पर चर्चा हुई। इस दौरान एक सत्र रोल ऑफ ए प्रोड्यूसर सत्र हुआ जिसमें जानी मानी प्रोड्यूसर प्रीति साहनी से यूपी फिल्म विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष गौरव द्विवेदी ने बात की। इस दौरान प्रीति ने कहा कि बॉलीवुड की ज्यादातर कहानियां यूपी में फिट हो जाती हैं। आजकल यूपी की खूब कहानियां लिखी भी जा रही हैं, फिल्म ‘बरेली की बर्फी’ की कहानी यूपी बेस्ड थी। उन्होंने बताया कि अगले साल फिर एक फिल्म की शूटिंग यूपी में कर सकते हैं। प्रीति के मुताबिक, जंगली पिक्चर्स के बैनर तले अब तक हमने जोया अख्तर, मेघना गुलजार और अश्विनी अय्यर तिवारी जैसी टैलेंटेड फीमेल डायरेक्टर्स के साथ काम किया है। यह अच्छा संयोग है कि महिला डायरेक्टर और प्रोड्यूसर्स की जोड़ी ने बेहतरीन परफॉर्म किया है।
बॉलीवुड में ‘राजी’, ‘बरेली की बर्फी’ और ‘बधाई हो’ जैसी फिल्मों की प्रोड्यूसर प्रीति शाहनी ने कहा कि जंगली पिक्चर्स के बैनर तले हम अच्छी फिल्में बनाने की कोशिश कर रहे हैं। फिल्म मेकिंग में काफी पैसा इलगता है। प्रीति के मुताबिक, बतौर प्रोड्यूसर यह चैलेंज होता है कि आप सही कहानी में पैसा इनवेस्ट करें। यही वजह है कि हमारा सारा फोकस फिल्म की कहानी पर होता है। हम फिल्म बनाने से पहले काफी रिसर्च करते हैं। इसी वजह से हम ‘तलवार’ जैसी फिल्म बनाने की हिम्मत कर पाए।हमारा फोकस बड़े स्टार्स पर नहीं बल्कि कहानी पर होता है। आप कह सकते हैं कि कहानियां ही हमारी फिल्मों की हीरो हैं। फिल्म ‘बधाई हो’ ने यह साबित भी कर दिया है।
डायरेक्शन पर भी हुई चर्चा

‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ और ‘क्वीन’ जैसी फिल्मों की क्रिएटिव हेड ज्योति कपूर दास ने राइटिंग और डायरेक्शन पर बात की। उन्होंने कहा कि आज के दौर में सिनेमा का दायरा बढ़ गया है। अब लोग अच्छी कहानियां देखना चाहते हैं। यही वजह है कि बड़े स्टार्स की बड़े बजट वाली फिल्में फ्लॉप हो जाती हैं और कम बजट की अच्छी कहानियों वाली फिल्में बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रही हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो