इनामी दम्पति चढ़े पुलिस के हत्थे, चार साल से थी तलाश
लखनऊPublished: Aug 16, 2017 05:41:00 pm
अपहरण के आरोपी दोनों को आजीवन कारावास की हुई थी सजा, पुलिस को चकमा दे मेडिकल कालेज से फरार हो गए थे।
कन्नौज. पुलिस ने चार साल से फरार अपहरण के आरोपी पति-पत्नी को हिरासत में लिया है। दोनो को आजीवन कारावास की सजा हुई थी और दोनों कारागार पुलिस को चकमा देकर मेडिकल कालेज से फरार हो गए थे। फरार दंपती को सर्विलांस टीम ने इंदरगढ़ तिराहे के पास से दबोच लिया। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी पर 12-12 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था। पुलिस अभिरक्षा से पति-पत्नी दम्पति के फरार होने के बाद जिला जेल अनौगी में तैनात प्रधान आरक्षी रमाशंकर मिश्रा, सिपाही मो. इजहार अली व होमगार्ड सुरेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया गया था।
फर्रुखाबाद के नवाबगंज निवासी सत्यवीर और उसकी पत्नी मीना ने रुपयों के लालच में अपने पड़ोसी के 11 वर्षीय पुत्र का अपहरण कर लिया था। अपहरण की इस वारदात को दोनों ने अपने कुछ सहयोगियों के साथ कन्नौज के छिबरामऊ में अंजाम दिया था। दोनों को 2010 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। जेल में तीन साल रहने के बाद मीना देवी को जमानत मिल गई। इस बीच 2013 में सत्यवीर ने जेल से निकलने की रणनीति बनाई। उसने खुद को बीमार बताया तो जेल प्रशासन ने उसे मेडिकल कालेज तिर्वा में भर्ती कराया। यहां से मौका पाकर दंपती फरार हो गए। शासन से इनामी व फरार अपराधियों को पकडऩे के आदेश के बाद सर्विलांस टीम के प्रभारी समेत जिले के सभी थानेदारों को सक्रिय किया गया। इसी बीच मुखबिर की सूचना पर सर्विलांस टीम ने इंदरगढ़ तिराहे पर सजायाफ्ता पति पत्नी को दबोच लिया। एसपी ने टीम को पांच हजार रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की है।
इस मामले में सिपाही व होमगार्ड हुए थे सस्पेंड
पुलिस अभिरक्षा से पति-पत्नी दम्पति के फरार होने के बाद जिला जेल अनौगी में तैनात प्रधान आरक्षी रमाशंकर मिश्रा, सिपाही मो. इजहार अली व होमगार्ड सुरेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया गया था। 2014 में आरोपियों के घर की कुर्की भी की गई थी। वहीं जिलाधिकारी जगदीश प्रसाद ने भी पुलिस टीम की सराहना करते हुए सम्मानित करने की घोषणा की है।