मस्जिद व दूसरी चीजों के निर्माण की जिम्मेदारी उठा रहा इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट ने धन्नीपुर जमीन पर बनने वाली मस्जिद, अस्प्ताल, रिसर्च सेंटर, कम्युनिटी किचन का नक्शा तैयार करने की जिम्मेदारी जामिया मिल्लिया इस्लामिया के आर्किटेक्चर विभाग के हेड प्राे. एसएम अख्तर को दी है। सूत्रों की मानें तो नक्शा तैयार हो चुका है, हालांकि ट्रस्ट ने इसको लेकर कोई खुलासा नहीं किया है।
इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के मुताबिक चैरिटी अस्पताल बन जाने से अयोध्या और आस-पास के लोगों को इलाज के लिये लखनऊ और दिल्ली जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। चैरिटी अस्पताल में किडनी और हार्ट जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज भी बेहद कम खर्च में हो सकेगा। यह अस्पताल 150 से 200 बेड का होगा।
यहां बनने वाला इंडो इस्लामिक रिसर्च सेंटर भी अनूठा होगा। यहां हिन्दुस्तान की साझी विरासत के दर्शन होंगे। यहां एक तरफ जहां 1857 के क्रांतिकारियों के बारे में जानकारी होगी, वहीं दूसरी ओर गंगा जमुनी तहजीब का प्रतीक, कबीर, रहीम रसखान और अमीर खुसरो आदि को भी जानने का मौका मिलेगा। अब्दुल बारी फिरंगी महली, जो महात्मा गांधी के करीबी थे उनकी जिंदगी से भी रूबरू कराया जाएगा।