डीजीपी ने पद किया सृजित दरअसल अब तक श्रीराम जन्मभूमि (अयोध्या), काशी विश्वनाथ (वाराणसी), और श्रीकृष्ण जन्मभूमि (मथुरा) की सुरक्षा में सीओ की तैनाती तो थी, लेकिन उनके लिये कोई स्थायी पद नहीं था। अब डीजीपी के अनुमोदन के बाद ही सीओ सुरक्षा के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया जा सकेगा। यानी जिलास्तर से सुरक्षा में तैनात सीओ को बदला नहीं जा सकेगा। जबकि इससे पहले मथुरा और वाराणसी में नौ-नौ सीओ की तैनाती होती थी। इनमें एसएसपी अपने स्तर से तीन-तीन सीओ को सुरक्षा में तैनात करते थे और जिले में तैनात दूसरे सीओ से फेरबदल भी कर देते थे।
अधिकारी की तय होगी जवाबदेही ऐसे ही यूपी डीजीपी की ओर से अयोध्या की सुरक्षा में एक सीओ (सुरक्षा) की तैनाती की गई है। यहां भी और दो सीओ (सुरक्षा) की तैनाती का प्रस्ताव है। अब सीओ (सुरक्षा) के स्थायी पद पर तैनाती होने से अधिकारी वहां टिककर ड्यूटी निभायेंगे। साथ ही उनकी जवाबदेही भी बढ़ेगी। तीनों ही धार्मिक स्थलों में सुरक्षा प्रभारी के तौर पर एक-एक अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) की तैनाती है।