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कोरोना के चलते रामनवमी मेले पर अघोषित प्रतिबंध, गोवर्धन परिक्रमा भी रोकी गई, सरयू स्नान पर भी पाबंदी

locationलखनऊPublished: Mar 21, 2020 05:48:06 pm

Submitted by:

Hariom Dwivedi

– जिला प्रशासन ने शनिवार को जारी की एडवायजरी- कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने की कवायद- पर्वतराज गोवर्धन गिरिराजजी की परिक्रमा पर रोक- 31 मार्च तक बांके बिहारी मंदिर के कपाट भी बंद

Ayodhya Ram Navami mela

कोरोना के चलते रामनवमी मेले पर अघोषित प्रतिबंध, गोवर्धन परिक्रमा भी रोकी गई, सरयू स्नान पर भी पाबंदी

लखनऊ. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से निपटने के लिए सरकार हर संभव मदद उठा रही है। सरकार ने जहां अयोध्या के रामनवमी मेले को स्थगित कर दिया है, वहीं पर्वतराज गोवर्धन गिरिराजजी की परिक्रमा पर भी रोक लगा दी गई है। शनिवार को अयोध्या जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी करते हुए रामनवमी मेले पर अघोषित प्रतिबंध लगा दिया है। सरयू नदी में सामूहिक स्नान दो अप्रैल तक प्रतिबंधित कर दिया गया है। अयोध्या जनपद के सभी होटलों, धर्मशालाओं और लॉज में दो अप्रैल तक हर तरह की बुकिंग पर रोक लगा दी गई है। साथ ही बाहरी जिलों से आ रहे श्रद्धालुओं और दर्शनार्थियों को अयोध्या जनपद के बॉर्डर से ही वापस किया जा रहा है। जिला प्रशासन की ओर से जारी एडवायजरी में कहा गया है कि अयोध्या जनपद के समस्त मंदिर धार्मिक स्थलों पर कोरोना वायरस के संक्रमण के बचाव के लिए भीड़ इकट्ठा होना प्रतिबंधित रहेगा।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की अपील के बाद उत्तर प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया है। रामनवमी मेले को स्थगित करने से पहले सदियों से चली आ रही रामकोट परिक्रमा भी स्थगित कर दी गई है। पर्वतराज गोवर्धन गिरिराजजी की परिक्रमा पर स्थानीय प्रशासन ने रोक लगा दी गई है। वृन्दावन स्थित बांके बिहारी मंदिर के कपाट भी 31 मार्च तक श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिये गये हैं। इससे पहले मथुरा का श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर 24 मार्च तक, एस्कॉन मंदिर पहले से ही 31 मार्च तक और वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर के कपाट भी 24 मार्च तक बंद किया जा चुके हैं।
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से घर पर ही रहकर रामनवमी मनाने की अपील की थी। जिला प्रशासन भी लगातार श्रद्धालुओं से घर में ही रामनवमी मनाने को कह रहा था, बावजूद रामलला, कनकभवन और हनुमानगढ़ी में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का आना जारी था। शनिवार को जिला प्रशासन ने एडवायजरी जारी करते हुए रामनवमी मेले पर अघोषित प्रतिबंध लगा दिया। इससे पहले रामनवमी पर जनसैलाब रोकने के लिए धर्माचार्यों ने भक्तों से अयोध्या न आने की अपील की थी। जिला प्रशासन की अपील पर संत-महंत अपने शिष्यों को बाकायदा फोन कर उन्हें रामनगरी में आने से मना किया था। चैत्र रामनवमी मेले का शुभारंभ 25 मार्च से होगा, जो दो अप्रैल तक चलेगा। दो अप्रैल को रामनवमी के प्रमुख पर्व पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ होती है।
गोवर्धन परिक्रमा मार्ग सील
पर्वतराज गोवर्धन गिरिराजजी की परिक्रमा पर स्थानीय प्रशासन ने रोक लगा दी है। 21 किमी लंबी परिक्रमा का करीब डेढ़ किमी का एरिया राजस्थान सीमा में आता है। शुक्रवार शाम को राजस्थान प्रशासन ने सीमा सील कर रोक लगा दी थी, शनिवार सुबह उत्तर प्रदेश प्रशासन ने भी अपनी सीमाएं सील कर परिक्रमा पर रोक लगा दी। राजस्थान को जोड़ने वाले डीग मार्ग तथा परिक्रमा मार्ग पर बेरिकेडिंग लगाकर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए। राजस्थान सीमा को भरतपुर प्रशासन ने शुक्रवार को ही सील कर दिया था। गांठोली से आगे मार्ग पर बैरियर लगाकर आने वाले लोगों और वाहनों को रोका जा रहा है। वायरस का हवाला देते हुए वापस किया जा रहा है। गोवर्धन में रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु परिक्रमा लगाते हैं। ऐसे में एहतियात के रूप में परिक्रमा मार्ग को सील कर दिया गया है। सुबह बड़ी संख्या में श्रद्धालु परिक्रमा को पहुंचे, लेकिन उन्हें वापस कर दिया गया। फिलहाल 22 मार्च तक के लिए परिक्रमा मार्ग सील कर दिया गया है। एसडीएम राहुल यादव ने बताया कि अग्रिम आदेश आने का इंतजार है। फिलहाल परिक्रमा मार्ग सील है।
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