विभागीय अपर मुख्य सचिव प्रभात कुमार ने बताया कि हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलने पर जल्द ही टीईटी 2018 का आयोजन किया जाएगा। उसके बाद मौजूदा परीक्षा में रिक्त रहे पदों को शामिल करते हुए सहायक अध्यापकों की नई भर्ती निकाली जाएगी। वहीं उप्र दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव का कहना है कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में शून्य या एक अंक पाना चिंताजनक है। उन्होंने आशंका जताई कि रिजल्ट जारी करने की जल्दबाजी में उत्तर पुस्तिका जांचने में गड़बड़ की गई है।उन्होंने कहा, विभाग ने न तो स्क्रूटनी का प्रावधान रखा है, न ही दोबारा कॉपी जांची जाएगी। ऐसे में उम्मीद के मुताबिक नंबर नहीं मिलने से हताश कुछ अभ्यर्थी उत्तर पुस्तिका जांच को हाईकोर्ट में चुनौती दे सकते हैं।
बता दें कि हाई कोर्ट के आदेश के बाद शासनादेश जारी कर इस पासिंग मार्क्स में संशोधन कर दिया गया था। इसको लेकर छात्रों में काफी रोष था। छात्रों ने लखनऊ में विरोध प्रदर्शन भी किया था। छात्रों की मांग थी की उत्तर प्रदेश सरकार इस शासनादेश के खिलाफ हाईकोर्ट में आपत्ति लगाए। 68,500 सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए 27 मई को आयोजित लिखित परीक्षा का परिणाम 13 अगस्त को जारी किया गया। इसमें 1,07,873 में से 41,556 अभ्यर्थी ही उत्तीर्ण हुए हैं।