मंच पर शिवपाल के कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा ये शख्स आखिर कौन है, यह सवाल कई लोगों के मन में कौध रहा था…
शिवपाल ने मंच से मुलायम सिंह यादव को क्यों किया बाहर, पोस्टर के इस चेहरे ने सभी को किया हैरान
लखनऊ. रविवार यानी 9 दिसंबर को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने जनाक्रोश रैली की। शिवपाल ने रैली में बड़ी संख्या में लोगों को जुटाकर विरोधियों को साफ संदेश दिया कि अब वह अपना सियासी मोर्चा सजा चुके हैं। हालांकि रैली का पूरा शो शिवपाल पर ही केंद्रित था, लेकिन इस दौरान मंच पर एक चेहरा और भी था जिसने सभी का ध्यान अपनी तरफ केंद्रित किया। रैली के मेन मंच पर लगे पोस्टर में भी शिवपाल के बराबर उसी की फोटो लगी हुई थी। लोग हैरान थे क्योंकि उन्होंने पोस्टर में शिवपाल के साथ मुलायम की फोटो की उम्मीद की थी। ऐसे में मंच पर शिवपाल के कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा ये शख्स आखिर कौन है, यह सवाल कई लोगों के मन में कौध रहा था।
shivpal singh Janakrosh Rally” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2018/12/10/003_3821653-m.jpg”> पोस्टर में यह तस्वीर देखकर सभी हैरान लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में शिवपाल ने अपनी रैली के सहारे कहीं न कहीं अखिलेश, मायावती और बीजेपी को यह साफ संदेश देने की कोशिश की है कि उन्हें कोई कमजोर समझने की भूल न करें। शिवपाल की रैली में भीड़ थी और मंच पर भी पुराने समाजवादियों का जवामड़ा लगा था। शिवपाल के मंच पर नेताजी मुलायम सिंह यादव ने भी सर्प्राइज इंट्री मारकर एक बार फिर सभी को हैरान कर दिया। इसके अलावा बहुजन क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीएल मातंग का चेहरा भी रैली के पोस्टरों से लेकर मंच पर हर जगह छाया रहा। यहां तक कि वीएल मातंग को मंच के मेन पोस्टर में भी शिवपाल के बराबर जगह दी गई। दरअसल वह इसलिए क्योंकि वीएल मातंग भी शिवपाल की रैली के संयुक्त संयोजक थे। हालांकि इस पोस्टर पर मातंग की फोटो ने लोगों को हैरान जरूर किया क्योंकि उन्होंने शिवपाल के साथ मुलायम की फोटो की उम्मीद की थी।
शिवपाल के मंच पर पुराने सपाइयों का जमावड़ा शिवपाल ने रैली का नाम जनाक्रोश रैली रखा। जनाक्रोश यानी लोगों का गुस्सा। मतलब सरकार के खिलाफ लोगों के गुस्से को अपना मुद्दा बनाकर शिवपाल ने अपनी नई सियासी पारी का आगाज किया। पहली ही रैली में भारी भीड़ जुटाकर शिवपाल ने न केवल सरकार बल्कि अपने भतीजे और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी अपनी ताकत दिखा दी। शिवपाल रैली के बहाने यह संदेश देने में पूरी तरह से कामयाब हुए कि अब वह किसी से कमजोर नहीं रहे। शिवपाल के मंच पर कई पुराने समाजवादियों का भी जमावड़ा दिखा। जिनमें सपा के पूर्व सांसद भगवती सिंह, राज्यसभा सांसद सुखराम यादव, पूर्व सांसद रघुराज शाक्य, डॉ. सीपी राय, पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला, शादाब फातिमा, कमाल यूसुफ मलिक, पूर्व सांसद वीरपाल यादव, पूर्व एमएलसी रामनरेश यादव, पूर्व विधायक प्रमोद गुप्ता, आशीष यादव, सुखदेवी वर्मा, संध्या कठेरिया, सुंदरलाल लोधी, अभिषेक सिंह आशू जैसे चेहरे शामिल थे।