घर में ही करें पूजा-पाठ :- मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. घनश्याम सिंह ने बुधवार को बताया कि संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी है कि पूजा-पंडालों में न जाकर घर पर ही पूजा-पाठ को प्राथमिकता दें। बुजुर्ग, गर्भवती और बच्चों को खास तौर पर भीड़भाड़ वाले स्थानों जैसे मंदिर, पंडाल और मेला आदि में शामिल होने से बचना चाहिए। व्रत रखने के लिए इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि आपकी सेहत कैसी है। व्रत रखनें में जरा सी भी तकलीफ हो तो थोड़ा बहुत खाने-पीने वाला व्रत ही रखें और हर घंटे कुछ न कुछ खा सकते हैं। इसके अलावा व्यक्ति को व्रत रखनें से किसी भी तरह की समस्या हो तो उन्हें व्रत रखने से बचना चाहिेए।
एनीमिक हर घंटे पर कुछ न कुछ खाएं :- एसीएमओ डा. बी.पी. सिंह ने बताया कि एनीमिक (खून की कमी) और बीमार लोगों को व्रत रखने से परहेज करना चाहिए। अगर फिर भी आप व्रत रखना चाहते हैं कुछ बातों का खास ध्यान रखना बहुत जरूरी है। जैसे कि लगातार तीन या चार घंटे तक भूखा रहने से बचें। हर घंटे पर कुछ न कुछ खाएं। एक साथ ज्यादा भोजन करने से बचें साथ ही तरल पेय दिन में पांच से छह बार लें जरूर लें। रात को व्रत खोलने के तुरंत बाद बिल्कुल न सोएं, क्योंकि इससे ह्रदय पर खतरनाक असर पड़ता है। बीच-बीच में ड्राई फ्रूट्स खाते रहें।
सतर्क रह कर बाजार जाएं :- एसीएमओ ने बताया कि धीरे-धीरे जन जीवन सामान्य हो रहा हैं। हमें सतर्क रह कर दशहरा और दीपावली त्यौहारों पर बाजार जाना चाहिए। सार्वजानिक स्थान, भीड़-भाड़ वाली जगह में जाने से बचना चाहिए। कहीं भी जाते वक्त सेनेटाइजर साथ में रखें, किसी भी वस्तु को छूने के बाद जरूर प्रयोग करें। किसी से हाथ न मिलाएं अपनी आंखों, नाक और मुंह को बार-बार न छुएं । सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें। जब भी बाहर जाएं मास्क जरूर लगाएं।
गर्भवती महिलाएं व्रत रखने से करें परहेज :- कोरोना वायरस के नोडल अफसर डा. ए.के. सिंद्यल ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को कोरोना काल में नवरात्र के सभी व्रत रखने से परहेज करना चाहिए। डॉक्टर की सलाह जरूर लें। इन दिनों में गर्भवती महिलाओं को बिलकुल भूखा नहीं रहना चाहिए, क्योंकि इससे बच्चे की सेहत पर असर पड़ता है। अगर व्रत रखना ही है तो फलों का सेवन ज्यादा करें और हर घंटे कुछ न कुछ खाती रहें। इस दौरान बादाम और अन्य ड्राई फ्रूट्स भी खा सकती हैं ताकि होने वाले बच्चे की सेहत पर कोई फर्क न पड़े। उन्होने बताया कि मधुमेह मरीज-व्रत बिल्कुल न रहें। यदि व्रत रहना है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें। मधुमेह से पीड़ित लोगों को लंबे व्रत के लिए कोविड दौरान डॉक्टर की सलाह लेकर ही डाइट प्लान बनाना चाहिए ताकि वह व्रत भी कर सकें और उनकी सेहत पर गलत असर भी न पड़े।