पूरे मामले की जांच गैसड़ी खंड विकास अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी व पचपेड़वा के सहायक विकास अधिकारी को दी गई : मुख्य विकास अधिकारी
शादी अनुदान में फर्जीवाड़ा, ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत सचिव निलंबित
बलरामपुर. शादी अनुदान में फर्जीवाड़ा मामले में ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत सचिव को निलंबित कर दोनों सचिवों को कारण स्पष्ट करने के लिए नोटिस जारी किया गया है। डीपीआरओ डीडीओ ने दोनों सचिवों के खिलाफ कार्रवाई की है।
हल्की बारिश से यूपी के कई जिलों के किसानों के चेहरे खिलेेेेे वित्तीय वर्ष 2019-20 में शादी अनुदान योजना के लिए नंदनगर ठठिया गांव में 20 हज़ार रुपए प्रति बेटी के हिसाब से 60 लाभार्थियों के खाते में धनराशि भेजी गई। जांच शुरू हुई तो 12 लाख रुपए फर्जी तरीके से निकालने का राजफाश हुआ। पूरे मामले में शासकीय कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने पर ग्राम पंचायत सचिव नीलेश श्रीवास्तव व ग्राम पंचायत सचिव वेदप्रकाश सिंह को निलंबित कर दिया गया। मुख्य विकास अधिकारी अमनदीप दुली ने बताया की पूरे मामले की जांच गैसड़ी के खंड विकास अधिकारी जिला कृषि अधिकारी व पचपेड़वा के सहायक विकास अधिकारी को दे दी गई है।
सामाजिक कार्यकर्ता अशोक कुमार ने नवम्बर 2020 में शादी अनुदान में हुए घोटाले की शिकायत प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से की थी। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर मामले का संज्ञान लेने के बाद जिला प्रशासन में हड़कम्प मच गया। आनन फानन में जांच कराई गई तो पता चला की वर्ष 2019-20 के दौरान शादी अनुदान योजना के लिए नंदनगर ठठिया गांव से कुल 63 लड़कियों के परिवारों ने आवेदन किया था। जांच के दौरान 63 में से 60 अपात्र पाये गये। जिसमें से 24 लाभार्थी पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, 29 लाभार्थी अल्पसंख्यक कल्याण विभाग और 7 आवेदन समाज कल्याण विभाग के हैं।