जब भाभी ने ठाना कि बनना है ऑफिसर
एसीएम सप्तम पूजा मिश्रा के साथ ही नवनियुक्त एसडीएम प्रशिक्षु जय जीत कौर ने अपने लिए जिंदगी में कभी ना भूलने वाला लम्हा बताया है। पूजा मिश्रा ने बताया कि उनकी भाभी जयजीत मूलता मिर्जापुर से हैं। 2013 बैच में जब मैंने पीसीएस की परीक्षा पास की तो वह बड़े भाई की अच्छी दोस्त थी। बाद में दोनों का प्रेम विवाह 2015 में हुआ। विवाह बाद भैया भाभी साथ कानपुर आकर रहने लगी। इसी दौरान उन्होंने पीसीएस बनने की ठानी। मैंने परीक्षा की तैयारियों को लेकर पैदा होने वाली व्यवहारिक परेशानियों को दूर कराने में हर संभव मदद की। उनकी मेहनत का नतीजा है कि 2016 बैच में वह पीसीएस टॉपर बन गई।
खुशी हुई दोगुनी
मेरी खुशी दोगुनी हो गई जब उनकी पहली पोस्टिंग मेरे साथ ही लखनऊ कलेक्ट्रेट में मिली। उन्हें डीएम स्तर से प्रशासनिक व राजस्व संबंधी काम की जानकारी के लिए अलग-अलग अनुभाग पटल संग तहसील में प्रशिक्षित कराने के बाद किसी प्रशासनिक पद पर तैनाती मिलेगी।