विकास, हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के एजेंडे पर 2019 का चुनाव लड़ेगी बीजेपी, सरकार की तैयारियां तेज
भारतीय जनता पार्टी राम मंदिर के मुद्दे पर नहीं, बल्कि विकास, हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के कोर एजेंडे पर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ेगी

हरिओम द्विवेदी
लखनऊ. भारतीय जनता पार्टी राम मंदिर के मुद्दे पर नहीं, बल्कि विकास, हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के कोर एजेंडे पर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ेगी। 20 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ में करीब 60 हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे, वहीं जनवरी से ही बीजेपी नेता व कार्यकर्ता करीब डेढ़ महीने तक पूरे सूबे में घूम-घूमकर जवानों और किसानों के बीच जाएंगे। इसके अलावा युवाओं को रिझाने की जिम्मेदारी भाजपा युवा मोर्चा को दी गई है। यह सभी राज्य में 'पहला वोट मोदी का' अभियान चलाएंगे, वहीं बड़ी संख्या में युवाओं को जोड़ने के लिए मोर्चा 'नेशन विद नमो' अभियान भी चलाएगा।
भाजपा ने आम चुनाव से पहले आक्रामक जनसंपर्क अभियान की तैयारी कर ली है। बीजेपी 'जय जवान' के जरिये जहां राष्ट्रवाद की अलख जगाएगी, वहीं 'जय किसान' के जरिये किसानों को साधने को कोशिश करेगी। 15 जनवरी से 3 मार्च तक चलने वाले अभियान के तहत शहीदों और पूर्व सैनिकों के सम्मान के कार्यक्रम होंगे, वहीं भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा जनवरी से ही उत्तर प्रदेश की नौ हजार ग्राम पंचायतों में किसान महाकुम्भ का आयोजन करेगी। किसान मोर्चा हर गांव में किसान सभा भी आयोजित करेगा। इस दौरान कर्ज माफी, गेंहू-धान खरीद, फसलों की एमएसपी सहित प्रदेश व केंद्र की योजनाओं के फायदे गिनाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान से स्पष्ट है कि बीजेपी इस बार राम मंदिर को मुद्दा बनाकर शायद ही लोकसभा चुनाव लड़े। बीजेपी के कार्यक्रमों पर नजर डालें तो इस बार पार्टी का एजेंडा विकास, हिंदुत्व और राष्ट्रवाद रहने वाले हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि ग्राउंड सेरेमनी के जरिये चुनाव से पहले सरकार यूपी में विकास की बहाना चाहती है, वहीं गौरक्षा के लिए कई घोषणाएं कर सरकार हिंदुत्व की धार को भी तेज कर रही है। जवानों का मुद्दा उठाकर, उनके हितों की बात कर बीजेपी ने स्पष्ट संकेत दे दिया है 1019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी राष्ट्रवाद के मुद्दे पर भी बीजेपी को जिताने की अपील करेगी। इस दौरान किसानों की भी बात होगी।
60 हजार करोड़ की सौगात देंगे पीएम मोदी
प्रवासी भारतीय दिवस से पहले 20 जनवरी को राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान साइन हुए एमओयू से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब 60 हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग ने इस सेरेमनी के दौरान 50 से ज्यादा परियोजनाओं के शिलान्यास की योजना बनाई है। उत्तर प्रदेश सरकार की कोशिश इस तरह की परियोजनाओं के शिलान्यास की है, जिससे बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार के अवसर मिल सकें। इसके लिए सभी सम्बंधित विभागों को प्रॉजेक्ट की क्लीयरेंस सम्बंधित दिक्कत तुरंत दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले फरवरी 2018 में हुए इंवेस्टर्स समिट के दौरान 4.68 लाख करोड़ रुपये के 1000 से ज्यादा एमओयू साइन हुए थे। इसमें करीब 60 हजार करोड़ रुपये की 81 परियोजनाओं का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जुलाई 2018 में किया गया था।
नौ हजार ग्राम पंचायतों में किसान महाकुम्भ
भाजपा किसान मोर्चा 10 जनवरी से 10 फरवरी तक उत्तर प्रदेश के नौ हजार ग्राम पंचायतों में किसान महाकुम्भ का आयोजन करेगा। इसके अलावा हर जिले में 5,6,7 जनवरी को किसान मोर्चा कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। इनमें प्रदेश एवं क्षेत्र के पदाधिकारी, जिले के किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करेंगे और केन्द्र व प्रदेश सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताया जाएगा। 21 व 22 फरवरी को किसान मोर्चे का राष्ट्रीय अधिवेशन गोरखपुर में आयोजित किया जाएगा, जिसमें देश भर के किसान मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता आएंगे। गुरुवार को लखनऊ स्थित बीजेपी कार्यालय में भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा की हुई बैठक में आगामी रणनीतियों पर चर्चा हुई।
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