लखनऊ. बिहार की गलतियों से सबक लेते हुए ऊाजपा यूपी विधानसभा चुनाव में बसपा प्रमुख मायावती और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के खिलाफ व्यक्तिगत हमले नहीं बोलेगी। भाजपा आलाकमान में पार्टी नेताओं को विशेष सावधानी बरतने की नसीहत देते हुए कहा है कि वे परिवर्तन यात्रा के दौरान माया-मुलायम पर निजी हमले करने से परहेज करें। भाजपा का जोर सकारात्मक मुद्दों पर रहेगा। केन्द्र सरकार की उप्लब्धियों को गिनाने के साथ पार्टी नेता यूपीवासियों को सुनहरे भविष्यका सपना दिखाएंगे। हालांकि सपा और बसपा पर हमले के लिए भाजपा की ओर से अखिलेश सरकार को गुंडाराज और मायावती शासन के दौरान हुए भ्रष्टाचार के मामले को हवा दी जाएगी।
संघ-भाजपा की बैठक में बनी रणनीति
सूत्रों के मुताबिक यूपी चुनाव की रणनीति को लेकर संपन्न संघ-भाजपा के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में इस बात पर निर्णय हुआ है कि मायावती और मुलायम सिंह के खिलाफ पार्टी नेता व्यक्तिगत हमले नहीं बोलेंगे। यह रणनीति बिहार चुनाव से सबक लेते हुए बनाई गई है। बिहार विधानसभा चुनाव के दैरान न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बल्कि अन्य भाजपा नेताओं ने भी अपने भाषण में नीतीश कुमीर और लालू यादव पर जमकर हमला बोला था। दिल्ली में भी अरविंद केजरीवाल पर भाजपा के व्यक्तिगत हमले भी पार्टी को रास नहीं आए थे।
व्यक्तिगत हमले से हारे दिल्ली!
केजरीवाल पर व्यक्तिगत हमले की वजह से संघ का कोर समर्थक माना जाने वाला वैश्य समुदाय का मतदाता भी कमल का साथ छोड़कर आम आदमी पार्टी के साथ खड़ा हो गया था। बिहार में भी धुर-विरोधी कही जाने वाली यादव और कुर्मी बिरादरी को भजपा के हमलों ने एकजुट होने का अवसर प्रदान किया।
संघ के सुझाव पर बीजेपी करेगी अमल
अब संघ के सुझाव पर अमल करते हुए भजपा आलाकमान ने परिवर्तन यात्रा की कमान संभाल रहे पार्टी महासचिव भूपेंद्र यादव के जरिये अन्य नेताओं को निर्देश भिजवा दिये हैं कि वे माया-मुलायम पर व्यक्तिगत हमले से दूरी बरतें। पार्टी का फोकस मोदी सरकार की उप्लब्धियों और यूपी के लिए भाजपा के सपने को जनता के सामने रखना होगा। विधानसभा वार बने यात्रा प्रभारियों और भूपेंद्र यादव ने आलाकमान को परिवर्तन यात्रा की जो रिपोर्ट भेजी है, उसमें भाजपा को समर्थन मिलता नजर आ रहा है। यात्रा की सफलता को देखते हुए संघ-भाजपा नेताओं की बांछें खिली हुई हैं।