गौरतलब है कि कमलेश तिवारी की उनके आफिस में 18 अक्टूबर को हत्या कर दी गई थी। वहीं इस मामले में गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने 22 अक्टूबर को अशफाक हुसैन और मोइनुद्दीन खुर्शीद पठान को गिरफ्तार किया था। वहीं पूरे मामले को लेकर पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जिस पर हत्या की साजिश रचने और हत्यारों को मदद पहुंचाने का आरोप है। इस मर्डर केस की जांच कर रही जांच एजेंसियों ने अंडरवर्ल्ड से जुड़े एक शख्स का फोन इंटरसेप्ट किया। मिडिल ईस्ट में बैठे इस शख्स ने कमलेश तिवारी की हत्या के बाद फोन किया था और कहा कि कमलेश तिवारी की हत्या अंडरवर्ल्ड ने करवाई है. अंडरवर्ल्ड के दावे को गंभीरता से लेने की वजह यह है कि पहले भी अंडरवर्ल्ड ने कई हिंदू नेताओं को मारने की साजिश रची है. स्वामी चक्रपाणि को छोटा शकील ने मारने की साजिश रची थी, लेकिन शूटर को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने रॉ के साथ मिलकर उसे पकड़ा था।