इसलिए लगाई पूरी बिल्डिंग में आग करोड़ों रुपए के ऋण से सम्बधिंत महत्वूर्ण फाइलें हादसे के एख दिन पहले ही पिकप के सीनियर मैनेजर एनके सिंह के कमरे में रखवाई गई थी। इन फाइलों में ही दर्ज था कि किन कम्पनियों से करोड़ों रुपए के ऋण की रिकवरी होनी है। अब पुलिस मास्टरमाइन्ड के बेहद करीब पहुंच चुकी है, जिसने यह सब ताना- बाना बुना। एनते सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के भी दावा है कि जल्दी ही कुछ अौर पर कार्रवाई तय है।
दिल्ली भेजी गई रिपोर्ट सीओ ने बताया कि अग्निकांड के मामले में गुजरात से आई फायर फॉरेंसिक टीम ने रिपोर्ट दे दी है। लखनऊ की फॉरेंसिक टीम ने एनके सिंह के कक्ष से ही आग लगने की पुष्टि की है। हालांकि, कई और रिपोर्ट आनी बाकी हैं। कुछ नमूने दिल्ली की विधि विज्ञान प्रयोगशाला को भी भेजी गई हैं। लखनऊ और दिल्ली से रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है।
बयान में झूठ बोलते रहे सीनिर मैनेजर पुलिस ने बताया कि एनके सिंह ने आग लगने की सूचना तुरंत किसी को नहीं दी। उन्होंने बयान दिया कि पहले वह अौर एक गार्ड आग बुझाने की कोशिश करते रहे। पर किसी गार्ड ने एेसा बयान नहीं दिया कि वह इस कमरे में आग बुझाने की कोशिश करने गया था। इसके अलावा भी उन्होंने कई बयान झूठे दिए।